सूरत मेट्रो : प्रथम रूट को डायमंड कोरिडोर और दूसरे को टेक्सटाइल कोरिडोर नाम दिया जाएगा

सूरत मेट्रो : प्रथम रूट को डायमंड कोरिडोर और दूसरे को टेक्सटाइल कोरिडोर नाम दिया जाएगा

सरथाणा से ड्रीम सिटी और भेंसाण से सारोली को जोडऩे वाले दो रूट पर मेट्रो रेल दौड़ाने का आयोजन

सूरत शहर के लिए मेट्रो रेल नई पहचान बनने जा रही है। सरथाणा से ड्रीम सिटी और भेंसाण से सारोली को जोडऩे वाले दो रूट पर मेट्रो रेल दौड़ाने का आयोजन किया गया है। सूरत मेट्रो रेल के कुल 40.35 किमी रूट में से सरथाणा से ड्रीम सिटी को जोडऩे वाले रूट पर कार्यवाही शुरू है। 21.61 किमी के इस रूट पर काम ने रफ्तार पकड़ी है। इसके साथ ही सूरत मेट्रो के दोनों रूट की विशेष पहचान बनाने की कवायद शुरू की गई है।
सरथाणा से ड्रीम सिटी रूट को डायमंड कोरिडोर जबकि भेंसाण से सारोली रूट टेक्सटाइल कोरिडोर के तौरपर प्रस्थापित किया जाएगा। सरथाणा से कापोद्रा लाभेश्वर चौक, लंबे हनुमान रोड होकर सूरत रेलवे स्टेशन वाया राजमार्ग होकर मजुरागेट से अलथाण गांव होकर ड्रीम सिटी तक मेट्रो दौड़ायी जाएगी। प्रथम चरण में 21.61 किलोमीटर के रूट पर सौराष्ट्रवासी विस्तार में कई डायमंड की फैक्ट्री है। इस रूट का एक छोर डायमंड का हब बनने जा रहे ड्रीम सिटी मेें पूरा हो रहा है। इससे कोरिडोर को डायमंड कोरिडोर के तौरपर विशेष पहचान दी जाएगी। डायमंड कोरिडोर के तौरपर प्रचलित किया जाएगा।
मेट्रो के दूसरे चरण में भेंसाण से सारोली को जोडऩे वाले 18.84 किलोमीटर का रूट डेवलप किया जाएगा। इस रूट पर उधना दरवाजा से आगे कमेला दरवाजा, आंजणा फार्म, मोडेल टाउन और मगोब विस्तार के कई टेक्सटाइल मार्केट है। यह कोरिडोर नंबर टू यानि भेंसाण से सारोली रूट की टेक्सटाइल कोरिडोर के तौरपर पहचाना जाएगा।
मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि ने बताया कि प्रथम कोरिडोर पर हीरे की आफिस तो दूसरे कोरिडोर पर शहर की शान समान टेक्सटाइल मार्केट  है। प्रथम कोरिडोर को डायमंड तो दूसरे को टेक्सटाइल कोरिडोर के तौरपर पहचान दी जाएगी।

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