वडोदरा सामूहिक दुष्कर्म मामला : अगर ऐसा किया होता तो शायद पीडि़त युवती अपने बीच होती!

गुजरात क्वीन में सूरत की विवाहिता से हुआ था दुष्कर्म का प्रयास

देश में चर्चित बनी वडोदरा सामूहिक दुष्कर्म की घटना में 26 दिन बीतने के बावजूद पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में नाकाम रही है। रेलवे पुलिस ने गुजरात क्वीन ट्रेन में सूरत की  विवाहिता पर दुष्कर्म का प्रयास किए जाने के बाद शुरू की गई पेट्रोलिंग शुरू रहती तो शायद गैंगरेप की शिकार बनी युवती जीवित होती और आरोपी जेल के सलाखों के पीछे होते।
साल 2019 में 15 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन सूरत की विवाहिता वडोदरा भाई को राखाी बांधकर गुजरात क्वीन ट्रेन में काम से वलसाड जा रही थी। नवसारी बाद ट्रेन खाली हो गई थी। विवाहिता लेडिज कोच में अकेली बैठी थी। नवसारी से चढ़े अज्ञात शख्स ने दुष्कर्म करने का प्रयास किया था। उसने 15 मिनट तक विवाहिता के साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया थ, लेकिन विवाहिता ने प्रतिकार करने से वह भाग गया था। बाद में विवाहिता ने कोच बदलकर पति को पूरे मामले की जानकारी दी थी। उसने रेलवे पुलिस को घटना के बारे में बताने पर उसकी मदद की गई। बाद में रेलवे पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। अज्ञात शख्स का स्केच भी तैयार किया गया था। लेकिन स्केच तैयार होने के बाद आरोपी आज तक पकड़ा नहीं गया। इस घटना के बाद गुजरात क्वीन ट्रेन में पुलिस द्वारा पेट्रोलिंग शुरू की गई थी। लेकिन कोरोना के बाद बंद कर दी गई थी।
ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग
पूरे केस में सूरत की विवाहिता ने बताया था कि ट्रेन में महिलाओं को सुरक्षित रखने के लिए कोच में सीसीटीवी कैमरा लगाने चाहिए। साथ ही लेडिज कोच में लेडिज कांस्टेबल की उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए। 
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