सूरत : तीन दिवसीय जेम्स एंड ज्वैलरी अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी का मंत्री दर्शना जरदोश ने किया उद्घाटन

सूरत : तीन दिवसीय जेम्स एंड ज्वैलरी अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी  का मंत्री दर्शना जरदोश ने किया उद्घाटन

20 लाख रुपये की 175 कैरेट की प्राकृतिक हीरे की छतरी बना आकर्षण का केंद्र

हिप हॉप ज्वेलरी, डायमंड जड़ित पेन, घड़ियां आदि आकर्षण के केंद्र हैं
सूरत में आभूषण निर्माताओं के लिए रत्न और आभूषण प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। प्रदर्शनी का उद्घाटन कपड़ा और रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने किया। तीन दिवसीय सूरत अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी में आज की क्वेरी मशीनें और प्राचीन आभूषण आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। 20 लाख रुपये की कीमत का विशेष 175 कैरेट का प्राकृतिक हीरा छाता भी आकर्षण का केंद्र बन गया है।
प्रदर्शनी में देश भर के ज्वैलर्स मैन्युफैक्चरर्स के साथ-साथ व्यापारियों और ग्राहकों ने भाग लिया। सूरत ज्वैलरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ने 27, 28 और 29 नवंबर तक सरसाना कन्वेंशन सेंटर में आभूषण निर्माताओं के लिए  प्रदर्शनी का आयोजन किया है। आभूषण प्रदर्शनी में सोने, हीरे से बना हुआ आभूषण भी शामिल है। 20 लाख रुपये की कीमत का 175 कैरेट का प्राकृतिक हीरा छाता भी आकर्षण का केंद्र बन गया है। जिसमें 12 हजार हीरे और 450 ग्राम सोने का इस्तेमाल किया गया है।  इसके अलावा प्रदर्शन पर हिप हॉप के गहने, हीरे जड़ित कलम, घड़ियाँ और बहुत कुछ हैं। प्रदर्शनी में 8,000 लोगों के आने की उम्मीद है।
प्रदर्शनी में 200 से अधिक निर्माताओं ने भाग लिया है। हीरे के क्षेत्र में सूरत की एक प्रमुख पहचान है। रत्न और आभूषण निर्माताओं के साथ-साथ व्यापारियों और उपभोक्ताओं को एक ही मंच पर लाया जाएगा और नई तकनीक के साथ-साथ आभूषण निर्माण मशीनरी का प्रदर्शन किया जाएगा।
मंत्री दर्शन जरदोश ने कहा कि मेक इन इंडिया में हीरा उद्योग की भूमिका अहम होगी। आज भी टेक्सटाइल से जुड़े अग्रणियों ने  मुझे एक परिपत्र देने आए थे। कपड़ा उद्योग हमेशा से विभाजित रहा है। जबकि हीरा उद्योग हमेशा एकजुट रहा है, जिसका लाभ उद्योग को हुआ है। सूरत इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। आर्थिक निर्णयों में भी विदेश मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय शामिल होता है, निर्णय सामूहिक रूप से लिए जाते हैं। हम आपको व्यवसाय के विकास के लिए आवश्यक कनेक्टिविटी प्रदान कर रहे हैं। ईज ऑफ डूइंग  होने की जरूरत है। 
प्रदर्शनी में आभूषण को निहारती मंत्री दर्शनाबेन जरदोश
दर्शनाबेन जरदोश ने कहा कि सूरत के हीरा और आभूषण उद्योग में शामिल युवाओं के जुनून और उद्यमशीलता के कारण इस क्षेत्र को गति मिली है। हीरा उद्योग में कटिंग और पॉलिशिंग का हब समान  सूरत शहर  'सूरत डायमंड बुर्स' के शुरु होने  के बाद हीरा व्यापार का केंद्र बन जाएगा। आगामी दिनों में इच्छापुर में ज्वैलरी ट्रेडिंग मॉल भी साकार होने जा रहा है। तभी जेम एण्ड ज्वेलरी उद्योग की की वेल्यु चेन सही मायने में पूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि सूरत में 45 से अधिक ज्वेलरी मैन्युफैक्चरिंग युनिट कार्यरत हैं, जो उद्योग के उज्ज्वल भविष्य को दर्शाता है।  उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सूरत का रत्न और आभूषण उद्योग अधिक से अधिक विकसित होगा।
 केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने वर्चुअली संबोधन करते हुए कहा कि  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत की कल्पना को सूरत का डायमंड और ज्वेलरी साकार कर रहा है।  स्थानीय उद्यमियों की मदद से कौशल विकास के माध्यम से आभूषण उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जा सकता है। उन्होंने आने वाले दिनों में सूरत को आभूषण उद्योग का हब बनाने की इच्छा व्यक्त की।
गोयल ने कहा कि सूरत में रत्न और आभूषण उद्योग को चार बिंदुओं पर ध्यान देने की जरूरत है, जिसमें आभूषणों के डिजाइन और उसके पेटेंट, निर्यात, अन्य देशों के साथ व्यापारिक संबंध और लैब ग्रोन डायमंड (प्रयोगशाला में विकसित हीरे) पर ध्यान केंद्रित करना है। मंत्री ने कहा कि लैब ग्रोन डायमंड पर्यावरण के अनुकूल और किफायती है, इस उभरते हुए क्षेत्र में प्रगति से रोजगार, निर्यात की उज्ज्वल संभावनाएं और अधिक रोजगार पैदा होंगे।
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