सूरत : बोनस-वेतन चुकाएं जाने से मार्केट में तेजी, बैंकों से दोगुने से अधिक नकद निकासी

सूरत : बोनस-वेतन चुकाएं जाने से मार्केट में तेजी, बैंकों से दोगुने से अधिक नकद निकासी

बाजारो में खरीददारी के लिए उमड़ी भीड़

देशभर में कोरोना संक्रमण घटने के साथ कामकाज में तेजी आयी है। स्थानीय बाजारो में ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है। सडक़, राजमार्ग पर वाहनों के कारण ट्रैफिकजाम की समस्या है। इस बार कपड़ा, डायमंड सहित उद्योगों में अच्छा कारोबार होने से कारीगरों को बोनस और वेतन चुकाएं जाने से खरीदी निकली है।  बैंकों से नकद निकासी भी दोगुनी से अधिक हो गई है। छोटे-बड़े दुकानदारों ने दो साल बाद हर तरह के कारोबार में तेजी देखी है।  सूरत की अर्थव्यवस्था को अप्रत्यक्ष रूप से कपड़ा और हीरा उद्योगों में तेजी से लाभ हुआ है। नवरात्र और दशहरे के बाद ग्राहकों ने खरीदारी शुरू कर दी थी, जो अब तक कायम है।
फेरीवालों से लेकर छोटे और बड़े दुकानदारों तक बाजार में दुकानदारों की मौजूदा भीड़ इस वजह से है कि मजदूर वर्ग को बोनस, दिवाली का तोहफा, खर्च के लिए रूपये मिले है। वर्तमान में बाजार में मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग खरीदारी में बहुत व्यस्त है। व्यक्तिगत बचत और वेतन या व्यय के रूप में प्राप्त धन का उपयोग कपड़े, लाइटिंग और अन्य वस्तुओं की खरीद के लिए किया जा रहा है।
ऑनलाइन और डिजिटल भुगतान का उपयोग निस्संदेह पहले की तुलना में बढ़ा है। लेकिन त्योहारी दिनों में डिजिटल भुगतान का  कम हो जाता है। जब कारीगर मजदूरों या मध्यम वर्ग के हाथ में नकदी होती है, तो खरीदारी इस तरह से की जाती है कि पेटीएम या क्यूआर कोड स्कैन करने का कोई झंझट न हो। और ज्यादा समय नहीं है। लेकिन बड़े शो रूम या शॉपिंग मॉल में पेमेंट डिजिटल पेमेंट के माध्यम से ज्यादा होता है।
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