सूरत : तीन मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी लोगों को नहीं मिला आशियाना, मनपा कार्यालय पर निकाला मोर्चा

सूरत : तीन मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी लोगों को नहीं मिला आशियाना, मनपा कार्यालय पर निकाला मोर्चा

घर का किराया और बैंक की किश्त की दोहरी मार से आवास लाभार्थी परेशान

लोगों ने खुद का घर का सपने को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री आवास योजना के फार्म भरे थे। कई लोगों को सुमन मल्हार आवास के ड्रॉ में घर भी लगा था। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने वेसू आवास का भूमिपूजन किया था। हालांकि लाभार्थियों को अभी तक आवास नहीं मिलने से लोगों की दयनीय हालत हो गई है। भूमिपूजन के बाद गुजरात के तीन मुख्यमंत्री के चेहरे बदलने के बावजूद लाभार्थियों को घर की चाबी नहीं मिली है। लाभार्थियों को किराया और बैंक की किश्त दोनों चुकाने की नौबत आयी है। जिससे आक्रोशित लाभार्थियों ने मनपा कार्यालय पर मोर्चा निकालकर जल्द से जल्द मकान का कब्जा देने की मांग की।
अठवा जोन में प्राइम लोकेशन पर पालिका आवास के लिए कई लोगों ने फार्म भरे थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने 2017 में भूमिपूजन किया था।  आवास का काम अहमदाबाद की एजेंसी कतीरा एन्टरप्राइज को सौंपा था। हालांकि एजेंसी ने कार्य अच्छा नहीं किए जाने का आरोप लगाय जा रहा है और काम अधूरा होने से आवास का कब्जा सौंपा नहीं गया। कैम्पस में ए और बी विंग के 400 लाभार्थियों की बैंक लोन मंजूर हो गई है और दस्तावेज भी हो चुके है। बैंक लोन के किश्त और किराया के मकान में रहते होने से उसक भी किराये का भुगतान लोगों को करना पड़ रहा है। आनंदीबेन पटेल के बाद विजय रूपाणी मुख्यमंत्री बने थे और अब भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री बनने को माह का समय बीत गया।
इस बीच सोमवार को आवास लाभार्थियों ने मनपा कार्यालय पर मोर्चा निकाला और मेयर से शिकायत की। जिसमें स्लब विभाग के महिला अधिकारी झूठे वादे किए जाने का आरोप लगाया है। इसके अलावा लाभार्थियों के साथ गैर बर्ताव किए जाने की भी शिकायतें उठी है। दूसरी ओर कॉन्ट्राक्ट एजेंसी ने कार्यवाही पूरी हो जाने की बात कहीं। जिससे अधिकारी, लाभार्थी, कॉन्ट्राक्टर को एकसाथ स्थल की मुलाकात लेने की सूचना दी गई।

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