सूरत : शेरी गरबा में चार चांद लगाने खेलैया ड्रेस कोड के अनुसार रोज शरीर पर लगवाएंगे अस्थायी टैटू

सूरत : शेरी गरबा में चार चांद लगाने खेलैया  ड्रेस कोड के अनुसार रोज शरीर पर लगवाएंगे अस्थायी टैटू

गरबा करते खेलैया के साथ माताजी के टैटू बना फेवरिट

गुरुवार से नवरात्रि पर्व की आगाज हो गई है। पिछले साल खेलैया गरबा  में नहीं घूम सके। हालांकि इस बार गली गरबा को मंजूरी मिल गई है। ताकि खेलैया जमकर गरबा खेलने को लेकर भी अंतिम तैयारी कर चुके हैं। शेरी गरबा में रोज चार चांद लगाने के लिए खेलैया नए-नए प्लान लेकर आए हैं। जिसमें दैनिक पोशाक के अनुसार अस्थायी टैटू भी रंगे हुए हैं और गरबा खेलने की योजना बनाई है।
गरबा प्रशंसकों को दो साल बाद इस साल गरबा खेलने का मौका मिला है। जिससे नवरात्रि से पूर्व ही गरबा ने तैयारी शुरू कर दी थी।  गरबा रशिया पार्लर में तरह-तरह के काम करते नजर आए हैं। अब सिर्फ लड़कियां ही नहीं बल्कि लड़के भी अपना मेकओवर करवा रहे हैं। ताकि उनका भी उतबा बढ़े। शहर की युवतियां पार्लर में मेकअप, हेयर स्टाइल, ट्रेंडी लुक पाने के लिए आई लाइनर, मस्कारा आदि कराती दिखीं। 
इस बार खेलैया गरबा के साथ एक सामाजिक संदेश दे रहे हैं। जिसमें खेलैया ने अपने शरीर पर नए नारों के साथ टैटू बनवाकर लोगों को संदेश दिया। माताजी की आराधना के पर्व नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही त्योहारों का मौसम भी शुरू हो गया है। नवरात्रि के नौ दिनों तक खेलैया जमकर गरबा खेलेंगे। रंग-बिरंगी पारंपरिक पोशाक पहनकर माताजी की परिक्रमा किया। खेलैया   ने अपनी पारंपरिक चनियाचोली पर नए टैटू भी बनवाए लेकिन इस बार खेलैया ने ऐसे टैटू बनवाए जो समाज को संदेश दे रहे हैं।
टैटू आर्टिस्ट हिरेन गोयानी का कहना है कि इस बार ज्यादातर युवा माताजी के टैटू और खेलेया के टैटू को ज्यादा बनवा रहे हैं। उन्होंने अपने शरीर पर कई तरह के टैटू भी बनवाए, जैसे एक भारत श्रेष्ठ भारत,  प्लास्टिक को ना कहें, ट्रैफिक रूल जैसे अनेक प्रकार के टैटू बनवा रहे हैं। यह टेटू अस्थायी होने से इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होती है। इसके अलावा खेलैया की मांग दांडिया वाला टेटू की भी है। 
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