सूरत : कच्चे माल के दामों में बढ़ोत्तरी का असर, कपड़ा प्रोसेसर्स फिर से बढ़ाएंगे जॉब चार्ज

सूरत : कच्चे माल के दामों में बढ़ोत्तरी का असर,  कपड़ा प्रोसेसर्स फिर से बढ़ाएंगे जॉब चार्ज

कल साउथ गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसर्स की मीटिंग में होगा फैसला

कपड़ा प्रोसेसिंग सेक्टर में कच्चे माल कोयला, कलर, केमिकल के दामों में 40 फीसदी तक वृद्धि हुई है। राज्य के अन्य प्रोसेसर्स द्वारा दूसरी बार अब जॉब चार्जिस बढ़ाने की तैयारी दर्शायी है। साउथ गुजरात प्रोसेसर्स एसोसिएशन की मीटिंग में जॉबवर्क चार्ज बढ़ाने को लेकर निर्णय लिया जाएगा। इस बीच रविवार को व्यापारियों का सोशल मीडिया पर नारोल के संगठन द्वारा प्रोसेसिंग चार्ज में 2 रूपये वृद्धि का पत्रा वायरल हुआ।
कोयला के प्रति टन 10 हजार से बढक़र 14 हजार तक पहुंच गए है। इसके अलावा कलर-केमिकल में 20-20 फीसदी वृद्धि हुई। अक्टूबर की शुरूआत से कुछ प्रोसेसर्स द्वारा फिर से जॉब चार्ज बढ़ाकर कपड़ा व्यापारियों को बिल भेजना शुरू किया गया है। जिसके कारण कपड़ा व्यापारी खफा है। वहीं दूसरी ओर मिल मालिकों का कहना है कि कच्चे माल के बढ़े भाव के कारण मिल मालिकों की कोस्टिंग बढ़ गई है। मिलों का अस्तित्व बना रहे इसलिए जॉब चार्ज बढ़ाना पड़ेगा। शनिवार को 14 मिल मालिकों ने नवंबर में मिल बंद रखने का मैसेज वायरल होने के बाद राज्य के अन्य प्रोसेसर्स संगठनों ने जॉब चार्ज में 20 फीसदी वृद्धि करने का फैसला लिया है। जिसके कारण फिर से सूरत के प्रोसेसर्स द्वारा जॉब चार्ज बढ़ाने की कार्यवाही शुरू की गई है।
प्रोसेसर्स संगठन अग्रणियों ने बताया कि एसोसिएशन तरफ से कोई फैसला फिलहाल नहीं लिया गया है। मंगलवार को मीटिंग होगी, जिसमें चर्चा करके आगे का फैसला करेंगे। कच्चे माल के दाम काफी बढ़ गए है। जिन मिलों ने प्रोसेसिंग चार्ज बढ़ाने का निर्णय लिया है या चार्ज चार्ज बढ़ाया है उन्होंने स्वतंत्र तौरपर चार्जिस बढ़ाए है। हाल स्थिति ऐसी है कि मिल मालिकों का बने रहने के लिए चार्जिस बढ़ाना अनिवार्य है।
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