सूरत : जहरीले केमीकल के प्रदुषण से सब्जी की फसल को व्यापक नुकसान

सूरत : जहरीले केमीकल के प्रदुषण से सब्जी की फसल को व्यापक नुकसान

गुजरात किसान समाज ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर भरूच जिले में कंपनीओं द्वारा जहरिले केमिकल हवा में छोडने से कृषी उत्पादन और पर्यावरण का नुकसान होने की शिकायत की है।

किसान समाज की अगुवाई में असरग्रस्त किसानों की बैठक आयोजित हुई
केमीकल के प्रदुषण से पर्यावरण और सब्जी की फसल को हो रहे नुकसान के खिलाफ भरूच जिले के कोठी गांव में गुजरात किसान समाज द्वारा असरग्रस्त किसानों के साथ बैठक आयोजित की। इस बैठख में आगामी दिनों में प्रदुषण रोकने के लिए किस प्रकार से अभियान चलाया जाए उसकी रणनिति तय की गयी। 
गुजरात किसान समाज द्वारा सोमवार को भरूच किसान समाज के साथ मिलकर भरूच जिले के कोठी गांव में एक बैठक का आयोजन किया। भरूच जिले के वागरा, आमोद, जंबुसर और करजण तहसिल में जहरीले रसायण की हवा से खेतों की फसल को काफी नुकसान हो रहा है। 70 हजार से अधिक हेक्टर में रूई (कपास) कठोल ( दाल) और सब्जीओँ की फसल जहरीले केमिकल से प्रभावित हुई है। 
भरूच जिले में दहेज पेट्रेलियम केमिकल्स एन्ड पेट्रोकेमिकल्स इनवेस्टमेन्ट प्रदेश , दहेज जीआईडीसी और विलायत भरूच जिले में अधिक जोखमी और जहरीले केमिलक का उत्पादन करती कंपनीया है। उधोगों द्वारा भारी मात्रा में जंतुनाशक, फार्मास्युटीकल, पेट्रोकेमिकल, पावर प्लान्टस, डाय इंटरमिडियट्स जैसे रसायणों का उत्पादन किया जाता है। पर्यावरण की सुरक्षा के निति नियमों का खुलेआम उल्लंघन करके जहरीले केमिकल को हवा में छोडा जाता है जिससे खेतो की फसल प्रभावति होती है। 
भरूच जिले में किसानों की मिटींग के दौरान गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा, किसान समाज अध्यक्ष जयेश पटेल, किसान अग्रणी दर्शन नायक, संदीप मांगरोला, पर्यावरण विज्ञानी एमएसएच शेख, भरूच जिला कांग्रेस प्रमुख परिमल राणा, जंबुसर विधायक संजयसिंह सोलंकी, मानसिंह दोरिया, हषु पटेल, युनुश पठाण, शेरखान पठाण, नाजु फडवाला, आदी उपस्थित रहे। किसान समाज और स्थानिय अग्रणीयों की उपस्थिति में आंदोलन की रुपरेखा तय की गयी। 
गुजरात किसान समाज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को  पत्र लिखकर भरूच जिले में केमिकल कंपनीओं द्वारा  किया जा रहा निति नियमों का उल्लंघन तत्काल रोकने के लिए उचित कार्यवाही करे। भरूच जिले के किसानों की फसल को केमिकल से हुए नुकसान का मुआवजा दे। पांच दिनों में सरकारी आदेश के साथ उचित कार्यवाही करे अन्यथा कानुन के दायरे में आगे की कार्यवाही की जायेगी। 

Tags: