सूरत : एमएसएमई में आने से टेक्सटाइल उद्योग में लौट सकती है रौनक, व्यापार को लगेंगे पंख

सूरत : एमएसएमई में आने से टेक्सटाइल उद्योग में लौट सकती है रौनक, व्यापार को लगेंगे पंख

भारत सरकार ने टेक्सटाइल के होलसेल व रिटेल व्यापारियों को एमएसएमई में शामिल करके टेक्सटाइल व्यापार को संजीवनी दी

रिटेल और थोक व्यापारियों को एमएसएमई सेक्टर में शामिल करने से बड़ी संख्या में कपड़ा व्यापारी इसमें शामिल हो जाएंगे। कोरोना संक्रमण के कारण बुरे दौर से गुजर रहे व्यापार को प्राणवायु देने के आशय से सरकार ने यह फैसला किया है। कपड़ा व्यापार एमएसएमई सेक्टर में आने के कारण सूरत के कपड़ा बाजार में छाया आर्थिक संकट समाप्त होने की पूरी उम्मीद है। जानकारों के अनुसार एमएसएमई सेक्टर में शामिल व्यवसायियों को सरलता से और कम दरों पर लोन मुहैया कराई जाती है। इसके लिए उन्हें उद्यम सर्टिफिकेट लेना होता है। जो कि सरकारी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के बाद प्राप्त  किया जाता है।
सूरत मर्कन्टाइल ऐसोसिएशन की साप्ताहिक व्यापारी समस्या समाधान मीटिंग में लगभग 185 कपड़ा व्यापारियों ने भाग लिया है। मीटिंग को एसएमए की आर्थिक लीगल टीम के एडवाइजर सीए  आकाश प्रेमकुमार अग्रवाल ने 30 मिनट का उद्बोधन भारत सरकार द्वारा टेक्सटाइल व्यापारियों को एमएसएमई में शामिल किये जाने के बाद कपड़ा व्यापारियों को इस नियम से क्या-क्या लाभ मिलेगा उसकी पुरी जानकारी उदाहरण सहित बहुत ही सरल भाषा में विस्तार पूर्वक वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि व्यापारिक संगठनों की अपील के बाद सरकार की ओर से रिटेल और थोकबंध व्यापार में जो व्यापारी एनआईसी कोड 45,46 एवं  47 में आने वालों को प्रायोरिटि सेक्टर लेन्डिंग का लाभ मिलेगा। उन्होने बताया कि बैंकों को अपने ऋण का कुछ हिस्सा प्रायोरिटी सेक्टर जैसे कि हाउसिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर या एमएसएमई को देना होता है। एमएसएमई में शामिल व्यापारियों को भी इसमें से लोन मिलेगा। इस लोन में ब्याज कम होता है, सरलता से मिलती है। व्यापारी ने बहुत ही उत्साह से  सीए आकाश की बातों को सुना तथा समझा है और कई व्यापारियों ने प्रश्न किये जिनका सन्तोष पूर्वक जवाब दिया।
एसएमए के प्रमुख नरेन्द्र साबु ने कहा कि एमएसएमई में आने से कपडा व्यापारियों को अपने व्यापार में काफी लाभ मिलेगा। इसके बाद कोर कमेटी के सदस्य गौरव  भसीन ने आज की कोरोना महामारी के बाद नयी परिस्थितियों में आनलाइन व्यापार की जरुरत बताया तथा कैसे करना चाहिए सभी व्यापारी भाईयों को आनलाइन व्यापार की जानकार‌ियां साझा की ।
आज की परिस्थितियों में व्यापार में बदलाव की सख्त जरुरत है। अतः हमें आफ लाइन व्यापार से आनलाइन व्यापार में अग्रसर होना चाहिए। क्योंकि आफलाइन व्यापार की समय सीमा निश्चित है जबकि आनलाइन व्यापार 24×7×365 दिन चलता है। आज की जरुरत आन लाइन व्यापार की है।
एसएमए  अपने रजिस्टर्ड सदस्य व्यापारियों को रजिस्ट्रेशन में मदद करेगी 
एसएमए की साप्ताहिक मीटिंग में  लगभग 58 व्यापारियों ने अपनी-अपनी समस्याएं दर्ज कराई है जिनमें से 5 समस्याओं का समाधानथ किया गया है तथा कुछ मामलें कानूनी कार्यवाही के लिए लीगल टीम को ट्रांसफर कर दिया है। जबकि कुछ समस्या का समाधान कुछ दिनों में हो जाएगा। 
आज की सभा का संचालन दुर्गेश टिबडेवाल ने किया तथा  समस्याओं का विवरण आत्माराम बाजारी ने दिया एवं समस्या समाधान एसएमए प्रमुख नरेन्द्र साबू  ने किया है। उल्लेखनीय है कि सूरत मर्कनटाइल ऐसोसिएशन अपने रजिस्टर्ड सदस्य व्यापारियों को एमएसएमई में रजिस्ट्रेशन के लिए एसएमए आर्थिक  लीगल टीम के एडवाइजर सीए आकाश प्रेमकुमार अग्रवाल के सहयोग से मुफ्त बगैर किसी भी चार्ज के निःस्वार्थ सेवा प्रदान की जाएगी।
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