सूरतः नगर प्राथमिक शिक्षा समिति चुनाव परिणाम के बाद मनपा मुख्यालय में भारी हंगामा

सूरतः नगर प्राथमिक शिक्षा समिति चुनाव परिणाम के बाद मनपा मुख्यालय में भारी हंगामा

सूरत नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के सदस्यों के लिए आयोजित चुनाव में आप के सदस्य हारने के बाद रिकाउन्टींग की मांग को लेकर हुआ हंगामा

भाजपा प्रेरित निर्दलिय प्रत्याशि को जिताने में भाजपा सफल, बीजेपी ने 12 में से 10 सीटों पर जीत हासिल की, निर्दलीय ने 1 और आप ने 1 सीट जीती
आम आदमी पार्टी की रीकाउंटिंग की मांग न स्वीकारने पर हुआ हंगामा , अधिकारियों का मतपत्र छिपाने का आरोप, हॉल में तोड़फोड़
सूरत नगर निगम द्वारा संचालित सूरत नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के सदस्यों के लिए 20 साल बाद चुनाव हुए। जिसमें नेता प्रतिपक्ष के साथ सुरक्षाकर्मी यों की गहमा गहमी शुरू हुई जो भारी हंगामे में परिवर्तित हो गई। नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के चुनाव से पहले ही चर्चा थी कि कुछ नया हो सकता है।नतीजे आते ही निगम कार्यालय में कोहराम मच गया। इस बीच, आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने "चोर चोर है, भाई चोर है, भाजपा सरकार चोर है" जैसे नारे लगाए।
सूरत नगर निगम द्वारा संचालित नगर प्राथमिक शिक्षा समिति की 12 में से 4 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध जीत गए थे। जब 8 सीटों के लिए 9 प्रत्याशि चुनावी मैदान में होने से शुक्रवार को दोपहर 3 से 5 के दौरान सरदार पटेल सभागृह में चुनाव आयोजित हुआ था जिसमें बीजेपी को 6, बीजेपी से प्रेरित 1 निर्दलीय और आप को 1 सीट मिली है।  8 सीटों के लिए भाजपा के 7 और आप के 2 प्रत्याशि चुनाव मैदान में थे। महानगरपालिका के 120 कोर्पोरेटर मतदार थे , एक मतदाता 8 मतों से अधिक वोटिंग नही करने का नियम था। मतदान के दौरान एक मतदाता ने 16 मत दिए होने से उसका बेलेट पेपर (मत ) निरस्त हुआ और एक मतदार के 8 में से 7 मत मान्य रहे 8वां मत टेक्नीकल रुप से अमान्य रहा। 
भाजपा ने निर्दलिय सदस्य को जिताने का जो लक्ष्य रखा था वह अब सफलतापुर्वक पार हो गया।  बीजेपी से प्रेरित निर्दलीय उम्मीदवार राकेश भिकड़िया विजयी हुए, इससे पहले नामांकन दाखिल करने के दिन राकेश भिकड़िया का ड्रिंक का आनंद लेते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। राकेश भिकड़िया का वीडियो वायरल होने के बाद सोश्यल मीडिया में बीजेपी की काफी आलोचना हुई थी। 
शाम 5.30 बजे मतगणना के दौरान भाजपा के 7 और आम आदमी पार्टी का 1 ही प्रत्याशि जिता। आम आदमी पार्टी के नेता ने दुबारा मतगणना की मांग करने पर सभागृह में शोर शराबा के साथ कहासूनी हुई जिससे भाजपा और आप के पार्षदों के बीच भारी घर्षण हुआ। आप और भाजपा के पार्षदों ने शब्दों की सीमा तोडने के साथ एक दुसरे के कॉलर तक पकड लिए। 
आठ से अधिक मत प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को नियमानुसार अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। आप ने इसका जमकर विरोध किया। सभागार के अंदर गेट का शीशा भी टूटा हुआ था। एक टेबल भी तोड़ दिया। हालात इस कदर बिगड़ गए थे कि परिस्थिति को संभालने के लिए सभागृह के अंदर पुलिस भी घुस गई थी। सामान्य परिस्थितियों में निगम की अपने सुरक्षागार्ड होते है, पुलिस हस्तक्षेप नहीं करती। लेकिन इस बार हालात इतने खराब थे कि पुलिस ने मनपा मुख्यालय के अंदर से आम आदमी पार्टी के कुछ पार्षदों और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिय।
चुनाव प्रक्रिया के दौरान पहले से ही हंगामें का अंदेशा होने से महानगरपालिका मुख्यालय में सुबह से ही कडी सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गयी थी । मनपा की सिक्युरीटी के अलावा सूरत शहर पुलिस को भी बंदोबस्त में तैनात किया गया था। 
तानाशाही कर रही है सत्ताधारी पार्टी : नेता प्रतिपक्ष
विपक्ष के नेता धर्मेश भंडारी ने आरोप लगाया कि सत्ता का दुरुपयोग कर मतपत्रों को गलत तरीके से छुपाया गया। दोबारा मतगणना के लिए बार-बार अभ्यावेदन के बावजूद हमारे साथ गलत व्यवहार किया गया है। हमारी दुबारा मतगणना की मांग को इस लिए नकारा गया ताकी भाजपा का झुठ उजागर हो जाता। असंवैधानिक रुप से मतगणना करने के आरोप के साथ ‌इस चुनाव प्रक्रिया को निरस्त करने के लिए कोर्ट में चेलेन्ज करने की तैयारी दिखाई। सत्तारूढ़ दल द्वारा चुनाव प्रक्रिया में अनियमितताओं के कारण एक निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई है। महानगरपालिका में शासकों की मिलिभगत में अधिकारी तानाशाही तरीके से काम कर रहे हैं।
मतगणना के दौरान 9 में से 8 प्रत्याशि विजयी घोषितः महापौर हेमाली बोघावाला
नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के चुनाव के लिए चुनाव अधिकारी के रुप मे महापौर हेमाली बोघावाल रिटर्निंग ऑफिसर के रूप मे नियुक्त हुए थे। चुनाव परिणाम के बारे में महापौर ने जानकारी देते हुए कहा की 9 प्र्त्याशियों में से 8 प्रत्याशि विजयी हुए। संजय पाटील को 122, यशोधर देसाई को 107, राजेन्द्र पटेल को 107, निरंजना जानी को 106, शुभम उपाध्याय को 106, राकेश हिरपरा को 110, अर‌विंद काकडीया को 100, राकेश भीखडीया को 98 मत मिलने पर विजयी हुए जबकी रमेश परमार को मात्र 95 मत मिलने से वह चुनाव हार गए। एक मतदाता ने 8  के बदले 16 मत देने पर वह मत निरस्त किया गया जबकी एक मतदाता के 8 में से 7 मत मान्य रहे जो बेलेट पेपर विपक्षी नेता को दिखाया गया। उसके बावजुद विपक्षी नेता सभी बेलेट पेपर दिखाने की और दुबारा मतगणना की मांग पर अड गए। आप के सदस्य चुनाव हारने से सभागृह में अभद्र भाषा प्रयोग का तथा हंगामा मचाने का आरोप महापौर ने  लगाया।
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