सूरत जिले में युध्दस्तर पर यातायात, दुरसंचार और बिजली आपूर्ति पुवर्वत करने जुटा जिला प्रशासन

सूरत जिले में युध्दस्तर पर यातायात, दुरसंचार और बिजली आपूर्ति पुवर्वत करने जुटा जिला प्रशासन

सूरत शहर जिले में चक्रवात के कारण क्ष‌तिग्रस्त रास्ते, दुरसंचार और बिजली आपूर्ति की सेवा को प्रशासन द्वारा युध्दस्तर पर कार्यरत किया जा रहा है।

दक्षिण गुजरात के 600 से अधिक गांवों में बिजलीआपूर्ति स्थापित 
तोकते चक्रवात की असर से सूरत शहर और जिले में दो दिनों तक बारीश और तेज हवाए चली। चक्रवाती तुफानी से जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पेड गिरने, बिजली के तार गिरने, कच्चे मकान धराशायी होने की घटना जिला कंट्रोलरूम में दर्ज हुई। जिला कलेक्टर डॉ.धवल पटेल के मार्गदर्शन में प्रशासन की अलग अलग टीम बनाकर युध्दस्तर पर यातायात, दुरसंचार, बिजली आपूर्ति के सेवा पर्ववत की जा रही है। 
दक्षिण गुजरात बिजली कंपनी (डीजीवीसीएल) से प्राप्त जानकारी के अनुसार दक्षिण गुजरात के जिलों में चक्रवात के कारण 990 गांवों में बिजली सेवा बाधित हुई थी। जिसमें विशेष रूप से समुद्रतट के गांव अधिक प्रभावित हुए थे। डीजीवीसीएल के स्टाफ ने 600 से अधिक गांवों में मंगलवार शाम तक बिजली आपूर्ति पुनःस्थापित की थी। 700 से अधिक फिडर असरग्रस्त हुए थे जिनमें से 520 फिडरों को विभिन्न उप विभागीय कार्यालयों की टीमों द्वारा पुनःस्थापित किया गया। 900 से अधिक बिजली के खंबों को तत्काल रिपोरिंग करके उनमें से 500 पोल में बिजली सेवा शुरू की गई। चक्रवात से 10 ट्रान्सफोर्मर भी असरग्रस्त हुए है। बिजली आपूर्ति को लेकर अगर कोई समस्या या शिकायत हो तो दक्षिण गुजरात बिजली कंपनी के टोल फ्रि नंबर 19123 अथवा 1800 233 3003 पर शिकायत दर्ज की जा सकती है। इसके अलावा डीजीवीसीएल की मोबाईल एप पर भी शिकायत दर्ज हो सकती है। जिले में कोविड-19 अस्पताल तथा कोविड केर सेन्टरों में बिजली आपूर्ति अविरत मिल सके इसके लिए विशेष सावधानी रखी गई है। सूरत जिले के ग्रामिण क्षेत्र में 138 और शहरी क्षेत्र में 47  सहित कुल 185 बिजली के खंबों को चक्रवात से नुकसान हुआ है। 
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