सूरत : बिना कोरोना जांच पालिका स्वास्थ्यकर्मियों को गच्चा देकर शहर में दाखिल हो रहे यात्री बने सिरदर्द

सूरत : बिना कोरोना जांच पालिका स्वास्थ्यकर्मियों को गच्चा देकर शहर में दाखिल हो रहे यात्री बने सिरदर्द

बस ऑपरेटर पालिका के कोरोना जांच बूथों से पहले ही बसें खड़ी करके यात्रियों को उतार देते हैं

वर्तमान में राज्य में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है और कोरोना के सकारात्मक मामलें लगातार बढ़ रहे हैं। कुछ दिनों पहले प्रतिदिन कोरोना के 300 से 350 मामले सामने आ रहे थे लेकिन अब यह आंकड़ा 1400 को पार कर रहा है। ऐसे में कोरोना के प्रसारण को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है। सूरत, राजकोट, अहमदाबाद और वडोदरा में रात के कर्फ्यू का समय बढ़ा दिया गया। राज्य में स्कूल और कॉलेज एक बार फिर बंद कर दिए गए। सूरत और अहमदाबाद में बस सेवा भी निलंबित कर दी गई है। ऐसे में  राज्य के बाहर से आने वाले यात्री किसी सिरदर्द की तरह बने हुए है।
अन्य राज्यों से आने वाले बस कैसे बढ़ा रहे हैं समस्या?
आपको बता दें कि राज्य में कोरोना के मामलों को देखते हुए शहर में हो रही बस या अन्य वाहनों के अवागमन के समय यात्रियों की जाँच को अनिवार्य कर दिया गया है। एसएमसी ने पहले ही बाहर से शहर में प्रवेश करने वाले लोगों के लिए सात-दिवसीय अनिवार्य संगरोध अवधि की एक दिशानिर्देश जारी किया है। शहर के प्रवेश बिंदु पर परीक्षण बूथ लगाकर इन यात्रियों की जाँच की जा रही है। सूरत नगर निगम (एसएमसी) की टीमों ने शनिवार को 1 बजे से सुबह 5 बजे के बीच 1,855 ऐसे रोगियों की जाँच की और परीक्षण के बाद उनमें  से 34 संक्रमित पाए गए।
इतनी व्यवस्था के बाद भी लोग अपनी चालाकी दिखाने और प्रशासन की परेशानियों को बढ़ाने से बाज नहीं आ रहे है। ऐसा संदेह जताया जा रहा है कि अन्य राज्यों से आने वाले बस ऑपरेटरों इन चेक पॉइंट पर लगे चेकिंग कैंप के पहले ही यात्रियों को उतार दे रहे है और जहाँ से लोग अन्य निजी वाहनों से शहर के अंदर पहुंच रहे हैं।
ऐसे में एसएमसी अधिकारियों को डर है कि इन परिक्षण चौकी से पहले उतारे जाने वाले यात्रियों की संख्या कहीं अधिक हो सकती है। बसों से नीचे उतरने के बाद ये यात्री या तो रिक्शा पकड़ते हैं या ट्रकों से लिफ्ट लेते हैं। अगर ये सही है तो परिस्थितियाँ बहुत गंभीर हो सकती है।
क्या कहते हैं आंकडे?
आपको बता दें कि पिछले 19 दिनों में स्वास्थ्य टीमों ने प्रवेश बिंदुओं पर परीक्षण करके कुल 247 व्यक्तियों को कोरोना संक्रमित पाया जो अन्य राज्य से शहर में आए थे। इनमे कडोदरा में 63, पलसाना में 66, हवाई अड्डा पर 45, जहाँगीरपुरा में 24, सायन में 23 और रेलवे स्टेशन पर 9 और सिटी बस स्टेशन पर शहर के बाहर के कुल 17 यात्री पॉजिटिव पाए गए थे।
इसके साथ साथ शहर में वायरस के प्रसार पर एक जांच रखने के लिए एसएमसी ने एक टास्क फोर्स का गठन किया है जो विभिन्न क्षेत्रों में सुपर-प्रसारकर्ताओं की पहचान करेगा। स्वास्थ्य टीमों ने भीड़ वाले स्थानों पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया है।
Tags: