सूरत : पकड़े गए लूंगी वाले बंधु, जानें क्या कारनामा किया था

सूरत : पकड़े गए लूंगी वाले बंधु, जानें क्या कारनामा किया था

श्रमिकों के डॉक्युमेंट्स लेकर बनाई कई कंपनिया

गरीबों के जनधन अकाउंट में खाते खोलकर देने के बहाने उनके अलग अलग डॉक्युमेंट्स लेकर उनके नाम पर नकली कंपनियाँ खड़ी कर करोड़ों की चोरी करने वाले लूँगी वाले बंधु पकड़े गए थे। पुलिस को आशा है की जांच के दौरान और भी कई बड़े नामों का खुलासा हो सकता है। 
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, लिंबायत के सुभाषनगर में रहने वाले भोजूसिंह चन्द्रसिंह राजपूत (24) हीरा मजदूर है। ढाई साल पहले वह पर्वतपाटिया पर कड़िया काम करने के लिए रौजाना खड़े रहते थे। इसी दौरान उनकी मुलाक़ात साल 2018 में चेतन लुंगीवाला के साथ हुई थी। चेतन ने उसे एक नया काम दिलाने की और उसका जन धन अकाउंट खोल देने की बात करके उसके आधारकार्ड, पानकार्ड और अन्य डॉकयुमेंटस मँगवा लिए थे। 
पुलिस ने 1 दिन के रिमांड हासिल कर शुरू की जांच
इन बनावटी डॉकयुमेंटस का इस्तेमाल कर दोनों लूँगी भाइयों ने अलग अलग कंपनियाँ खोली थी और सरकार के साथ जीएसटी का बड़ा धोखा किया है। इस आरोप में पुलिस ने राजेश वसंतलाल लुंगीवाला और चेतन वसंतलाल लुंगीवाला के सामने शिकायत दर्ज की है और दोनों के 1 दिन के रिमांड मंजूर करवा लिए है। इस पूरे स्कैम में दोनों लुंगीवाला बंधु ही सबसे बड़े खिलाड़ी है या उनसे भी बड़ा कोई है। इसकी जांच शुरू है। 
5 हजार की 'सरकारी' सहाय देकर दी लालच
भोजूसिंग ने अपने जो आईडी प्रूफ दिये उसकी सहायता से लुंगीवाला ने उसे एक नया सिमकार्ड दिलाया था और एक नया अकाउंट खुलवाया था। इसके बाद उसे एक 15 पेज की चेकबुक देकर उसकी साइन करवाकर उसे 5 हजार रुपए दिये थे। इसके अलावा यदि वह इस तरह से कस्टमर लाएगा तो वह उसे उसके लिए वेतन भी देगा ऐसी बात कही थी। इसके बाद भोजुसिंग ने 55 से अधिक लोगों के अकाउंट खुलवाकर उन सभी को 5 - 5 हजार रुपए दिये थे। 
श्रमिकों के डॉक्युमेंट्स की सहायता से खरीदे सिम कार्ड और अकाउंट से लिए नए जीएसटी नंबर
दोनों भाइयों ने गरीबों के नाम से नकली कंपनीय खड़ी कर अलग अलग जीएसटी नंबर ले लिए थे। इसके बाद श्रमिकों को लाखों रुपए का जीएसटी भरने की नोटिस आई तो उन्होंने जीएसटी विभाग में जांच शुरू की थी, जिसमें यह मामला सामने आया था। 
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