सूरत: हाइवे पर कपड़ों के पार्सलों की चोरी -लूट मामले में पुलिस की निष्क्रियता से ट्रान्सपोर्टर परेशान

सूरत: हाइवे पर कपड़ों के पार्सलों की चोरी -लूट मामले में पुलिस की निष्क्रियता से ट्रान्सपोर्टर परेशान

इस तरह की घटनाओं के संदर्भ में जब पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाते हैं तो पुलिस शिकायत ही नहीं लेती है

उच्चाधिकारियों से पेशकश के बाद भी पुलिस नहीं दर्ज करती शिकायत 
सिल्क सिटी के नाम से प्रख्यात सूरत से देश भर के मंडियों में साड़ियां एवं ड्रेस मटीरियल ट्रकों के माध्यम से भेजे जाते हैं। लेकिन हाल के दिनों में सूरत से सोनगढ़ एवं वापी से भीलाड के बीच आये चोरी की घटनाएं होती है। साथ ही कभी-कभी तो ड्राईवर सहित ट्रकों को ही हाइजेक कर लिया जाता है और 20 किलोमीटर के अंतराल में ट्रक एवं ड्राईवर को छोड़ दिया जाता है। इस तरह की घटनाओं के संदर्भ में जब पुलिस में शिकायत दर्ज कराने जाते हैं तो  पुलिस शिकायत ही नहीं लेती है। अधिकांश मामलों में पुलिस ड्राइवर को ही संदेह की नजरों से देखती है और परेशान ही नहीं करती है, बल्कि पीटती भी है। जिससे अन्य ड्राइवर ट्रांसपोर्टरों पर चालक को फंसाने का आरोप लगाते हुए हड़ताल पर उतर जाते हैं। 
सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रमुख युवराज देसले ने बताया कि बीते कई दिनों से ऐसी वारदातें हो रही है। चलती ट्रक में से पार्सल गिरा लिया जाता है। कभी-कभी तो व्यापारियों के कपड़ों का पार्सल ले जाने वाले पूरी ट्रक को ही हाईजैक कर लिए जाते हैं। इस तरह की घटनाएं इन दिनों हाईवे पर तेज़ी से हो रही है। इसके कारण ट्रान्सपोर्टर परेशान हो गए हैं। बीते 20 दिन में ही चार से पांच ऐसी घटनाएं हो गई जिसके चलते ट्रांसपोर्टरों ने पुलिस से भी गुहार लगाई लेकिन पुलिस प्रशासन इस पर ध्यान नहीं देने के कारण ट्रांसपोर्टरों की हालत पतली हो गई है। व्यापारी उनसे गुम हुए पार्सल की क़ीमत मांगते हैं। 
हाइवे पर खड़े होकर ट्रक चालक को किसी बहाने से रोकने के बाद अज्ञात स्थान पर ले जाकर उससे मारपीट कर ट्रक का माल समान गायब कर दिया जाता है। इस तरह की घटनाएं इन दिनों बढ़ गई हैं। उन्होंने बताया कि सूरत के सारोली के गोडाउन से मुंबई की ओर जा रहे ट्रक को नवसारी टोल प्लाजा के पास से हाइजैक कर 139 कपड़े का पार्सल लूट लिए गए।
इस तरह की पांच घटना इस महीने में हुई है। चलती ट्रक में  लुटेरे पार्सल नीचे गिरा देते हैं और फरार हो जाते हैं। देसले ने बताया कि गुजरात में हाईवे पर इस तरह की समस्या है। पुलिस से गुहार लगाते हैं लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। इसे लेकर गृहमंत्री तथा रेंज आईजी सहित उच्च पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन देंगे। ज्यादातर कपड़ा व्यापारी कपड़ों का इन्स्योरन्स भी नहीं करवाए रहते हैं और ट्रांसपोर्टर से रुपए मांगते हैं वह इतनी रकम कहां से लाएंगे। इस अवसर पर आर.के. सिंह, बनारसीदास अग्रवाल, कैलाश धूत, अनिलभाई, जाफरभाई सहित अनेक ट्रांसपोर्टक मौजूद रहे। 
साड़ी एवं ड्रेस मटीरियल की ही करते हैं चोरी
सूरत से ट्रकों के माध्यम से जाने वाले कपड़ा के पार्सलों को चोर गिरोह निशाना बनी है। इसमें विशेषकर साड़ी एवं ड्रेस मटीरियल (सूट) के पार्सलों की ही चोरी करते हैं। कारण कि साड़ी वे सूट आसानी से बिक जाते हैं। अधिकांश चोरी के कपड़े सूरत में ही बिकते हैं। 
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