गुजरात : यदि हार से सबक नहीं लिया तो कांग्रेस को पछाड़ आम आदमी पार्टी बन जायेगी दूसरे नंबर की पार्टी!

गुजरात : यदि हार से सबक नहीं लिया तो कांग्रेस को पछाड़ आम आदमी पार्टी बन जायेगी दूसरे नंबर की पार्टी!

मुख्य विपक्षी दल बनने जितनी 19 सीटें भी नहीं जीत सकती कांग्रेस, ४४ सीटों पर आप बनी कांग्रेस की हार की निमित्त

गुजरात में 2022 के विधानसभा चुनाव का परिणाम एक तरफा रहा। भारतीय जनता पार्टी ने रिकॉर्ड 156 सीटें जीतीं। इतना ही नहीं पहली बार भाजपा का वोट शेयर भी 50% को पार कर गया। रविवार 12 दिसंबर को भूपेन्द्र पटेल एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। ऐेसे में लगातार सातवीं बार भाजपा प्रदेश में सत्तासीन होने जा रही है। दूसरी ओर अब तक प्रमुख विपक्षी दल रही कांग्रेस अपने असितत्व के लिये झूझती नजर आ रही है। 


इस बार के चुनाव में कांग्रेस को केवल 17 सीटें मिली हैं। वहीं पहली बार प्रदेश में त्रिकोणीय मुकाबला रहा और तीसरे दल के रूप में राज्य में आम आदमी पार्टी की एंट्री हो चुकी है। आप को 5 सीटें मिलीं। यहां सबसे उल्लेखनीय पहलू यह है कि 44 सीटों पर कांग्रेस की हार की निमित्त आम आदमी पार्टी रही। 


कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. हेमांग वसावडा ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि कांग्रेस को अब अपना अस्तित्व बचाने के लिये आत्म चिंतन करना अनिवार्य हो गया है। यदि आत्म मंथन नहीं किया गा तो कांग्रेस के अस्तित्व पर ही बड़ा संकट गहरा गया है। 


बता दें कि कांग्रेस का प्रदर्शन प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में सबसे कमजोर रहा है। उसे केवल 17 सीटें मिली हैं। यानि नियमों अनुसार कांग्रेस पार्टी गुजरात विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल बनने के भी लायक नहीं रही है। नियमानुसार किसी भी दल को विपक्षी दल की हैसियत पाने के लिये कुल सीटों का 10 प्रतिशत हासिल करना जरूरी होता है। यानि कोंग्रेस को कम से कम 19 सीटें जीतनी चाहिये थी लेकिन वह 17 तक ही सिमट गई। उधर आम आदमी पार्टी ने भले ही 5 सीटें जीती हों, लेकिन उसका वोट शेयर खासा बढ़ा है और ये सैंध उसने कांग्रेस पार्टी में ही लगाई है। यदि कांग्रेस अब भी नहीं संभली तो आने वाले समय में आम आदमी पार्टी कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए  प्रदेश में भाजपा के बाद दूसरे नंबर की पार्टी बन जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिये।