वापी के बलिठा गांव की सनसनीखेज घटना : नानी को मिलने गांव गया, कमरे देखा तो मिला कंकाल!
By Loktej
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किसी बीमारी के कारण हुई होगी मौत, ऐसी आशंका, पुलिस कर रही है जाँच
वापी बलिठा गांव में भुतीउ पलिया में रहने वाली 70 वर्षीय महिला से 3 महीने बाद मिलने गए दोहित्रा को घर में केवल एक कंकाल मिला। बचपन से ही अकेली रहने वाली इस वृद्धा की मौत का संज्ञान लेते हुए नगर पुलिस ने मौके का मुआयना किया और एफएसएल की मदद से मौत के कारणों का पता लगाने के लिए आगे की जांच शुरू की।
घर में मिला एक कंकाल
जानकारी के अनुसार वापी के बलिठा में निंबस कंपनी के पीछे भुटिउ पलिया में रहने वाली 70 वर्षीय रेखाबेन गोपालभाई नाय वर्षों से अकेली रहती थीं। रविवार की सुबह जीतूभाई नायक तीन महीने बाद उनसे मिलने गए और घर का दरवाजा खुला पाया। घर के अंदर प्रवेश करने पर एक कंकाल मिला। इसके बाद जीतूभाई ने पूरी घटना की सूचना तत्काल नगर पुलिस को दी गई। वापी टाउन पुलिस के पीआईबी जे सरवैया अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मौत के कारणों का पता लगाने के लिए आगे की जांच के लिए एफएसएल टीम को सूचित किया। हालांकि यह कंकाल किसी बुजुर्ग का है या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है।
जुलाई में मिले थे नानी से
वापी नायकवाड़ में रहने वाले एक रिश्तेदार ने बताया कि रेखाबेन की शादी नहीं हुई थी और वह बचपन से ही अपने माता-पिता के यहां रहती थी। आखिरकार वह 15 जुलाई को नानी से मिले। उस दिन उन्होंने नानी के साथ नाश्ता भी किया था। जिसके बाद वह नानी से मिलने नहीं गए। 70 साल की उम्र में भी रेखाबेन खुद खाना बनाती और घर का काम करती थीं। रिश्तेदार हर 6 महीने या साल में राशन भराते थे। वह बचपन से ही शुद्ध शाकाहारी होने के कारण अपने रिश्तेदारों के घर भी नहीं जाती थी और न ही बाहर खाना खाती थी।
घर से गायब खरगोश- मुर्गियां
मृतक रेखाबेन ने 2 खरगोश और मुर्गियां पाल रखी थीं। हालांकि, तीन महीने बाद परिजनों को कंकाल मिलने के बाद जब उन्होंने घर और आसपास के वन क्षेत्र की जांच की तो उन्हें खरगोश और मुर्गियां नहीं मिलीं. परिजन कयास लगा रहे हैं कि मौत के बाद वो खुद वहां से चले गए होंगे।