गुजरात : नवरात्री में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने कसी कमर, छेड़छाड़ करने वाला सीधे जायेगा जेल
By Loktej
On
पुलिस ने जारी की सूचना, किसी भी तरह की छेड़छाड़ पर तुरंत डायल करें १८१
आज से मां की आराधना का पर्व नवरात्रि शुरू हो गया है। कोरोना महामारी के बाद इस साल नवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जाने वाला है. इसे लेकर गरबा प्रेमियों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। आमतौर पर नवरात्रि के त्योहार के दौरान महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं ज्यादा होती हैं. ऐसे में छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए गुजरात पुलिस हरकत में आई है। गुजरात पुलिस की ओर से एक ट्वीट किया गया है।
गुजरात पुलिस ने एक ट्वीट में लिखा है कि, 'गुजरात पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। नवरात्रि पर्व के दौरान किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ के खिलाफ 181 अभय महिला हेल्पलाइन पर कॉल करें और तत्काल सहायता प्राप्त करें। अपने मोबाइल में 181 मोबाइल ऐप डाउनलोड करें।' इसके साथ ही गुजरात पुलिस ने एक तस्वीर भी शेयर की है। जिसमें लिखा है कि गुजरात पुलिस हमेशा महिलाओं के पक्ष में है, नवरात्रि पर गरबा जरूर करें, किसी भी तरह की छेड़खानी की शिकायत 181 अभय महिला हेल्पलाइन पर करें और तुरंत मदद लें।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस ने तैयार किया प्लान
आपको बता दें कि पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक्शन प्लान तैयार किया है। नवरात्र के नौ दिनों में रोमियो को पकड़ने के लिए पुलिस पारंपरिक पोशाक में नजर रखेगी। जिस स्थान पर गरबा का आयोजन किया जा रहा है, वहां सभी थानों की अलग-अलग टीमें महिलाओं की सुरक्षा के लिए तैनात की जाएंगी। महिला पुलिस पार्टी प्लॉट पर पारंपरिक वेशभूषा में लोगों के बीच रहेगी और रोमियोगिरी करने वालों पर नजर रखेगी। यदि कोई रोमियो नवरात्रि उत्सव में महिलाओं के साथ छेड़खानी करते हुए पाया जाता है, तो यह SHE टीम उसे तुरंत गिरफ्तार कर जेल में डाल देगी।
दो साल बाद जमकर ले सकेंगे नवरात्रि का आनंद
गौरतलब है कि इस साल नवरात्रि धूमधाम से मनाई जाने वाली है। अहमदाबाद समेत पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर रास-गरबा का आयोजन किया गया है। रात होते ही गलियां, गलियां, चौक, प्लाट, मंदिर मैदान, पार्टी प्लाट गरबा की आवाज से गूंज उठेंगे। दो साल बाद खिलाड़ी मन की शांति के साथ नवरात्रि का आनंद ले सकेंगे। नवरात्रि को शांतिपूर्ण माहौल में मनाने के लिए पुलिस विभाग ने सभी सुरक्षा इंतजामों को भी अंतिम रूप दे दिया है।
181 अभयम हेल्पलाइन क्या है?
महिला हेल्पलाइन की बात करें तो राज्य भर में महिलाओं की मदद के लिए सरकार द्वारा 2015 से अब तक 181 महिला हेल्पलाइन सेवाएं शुरू की गई हैं। जिसमें महिलाएं इस हेल्पलाइन पर संपर्क कर किसी भी प्रकार की कठिन परिस्थिति में तत्काल सहायता प्राप्त कर सकती हैं। इसके अलावा उन्नत तकनीक का उपयोग कर 181 अभयम मोबाइल एप्लिकेशन भी बनाया गया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 181 अभयम हेल्पलाइन ने पिछले 7 वर्षों में 9.90 लाख से अधिक महिलाओं की सेवा की है और संकट के समय में महिलाओं के लिए एक वास्तविक हेल्पलाइन बन गई है। एप पर अब तक 1,32,827 से अधिक महिलाओं ने पंजीकरण कराया है।