गुजरात : कच्छ सीमा पर विकास का

गुजरात :  कच्छ सीमा पर विकास का

अब कच्छ में "सरहद डेयरी" सौर ऊर्जा संयंत्र के माध्यम से इस विकास यात्रा में जोड़ रहा है नया आयाम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 अगस्त को गुजरात के दौरे पर हैं। इस यात्रा के दौरान वह कच्छ के सरहद डेयरी में निर्मित गुजरात की पहली सौर ऊर्जा संचालित दूध प्रसंस्करण इकाई का उद्घाटन करेंगे। यह गुजरात के सबसे बड़े जिले कच्छ की सरहद डेयरी है। इस डेयरी में गुजरात में पहली बार सौर ऊर्जा से चलने वाले दूध प्रसंस्करण और पैकेजिंग प्लांट का उद्घाटन प्रधानमंत्री करेंगे। अंजार तालुका के चंद्रानी में बने इस प्लांट की खासियतों पर नजर डालें तो यह राज्य का पहला सोलर संचालित मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट है, जिसे 190 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से बनाया गया है। इसकी बिजली उत्पादन क्षमता 3 मेगावाट है और इसकी दूध प्रसंस्करण क्षमता 6 लाख लीटर तक है। 
सरहद डेयरी के अध्यक्ष वालमजी होनबल ने परियोजना पर अधिक प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान में, यह डेयरी प्रतिदिन 700 से अधिक सोसायटियों से 5 लाख लीटर से अधिक दूध का प्रसंस्करण और पैकेज करती है। जिससे 55 हजार से अधिक पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं। आज से एक दशक पहले शुरू हुई सरहद डेयरी विकास के कई चरणों में पहुंच रही है। गुजरात की विकास यात्रा में श्वेत क्रांति का अनोखा महत्व है। अब कच्छ में "सरहद डेयरी" सौर ऊर्जा संयंत्र के माध्यम से इस विकास यात्रा में एक नया आयाम जोड़ रहा है।  यह आयाम सरहद पर समृद्धि के नए द्वार खोलेगा, यह तय है।
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