गुजरात : राजनीतिक इच्छाशक्ति का उत्कृष्ट उदाहरण है अहमदाबाद रिवरफ्रंट का विकास : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

गुजरात : राजनीतिक इच्छाशक्ति का उत्कृष्ट उदाहरण है अहमदाबाद रिवरफ्रंट का विकास : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुजरात में पहली बार आयोजित हुई ‘शहरी विकास राष्ट्रीय कॉन्क्लेव’ का किया उद्घाटन

मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि शहरी खुशहाली का अमृत काल साबित होगी यह कॉन्क्लेव
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुजरात में पहली बार आयोजित हुई ‘शहरी विकास राष्ट्रीय कॉन्क्लेव’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि यह कॉन्क्लेव शहरी खुशहाली का अमृत काल साबित होगी। शुक्रवार को अहमदाबाद के रिवरफ्रंट में आयोजित इस कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री ने साबरमती रिवरफ्रंट को विश्वस्तरीय ढांचागत सुविधा का श्रेष्ठ नजराना करार देते हुए रिवरफ्रंट के विकास को राजनीतिक इच्छाशक्ति का उत्कृष्ट उदाहरण बताया। मुख्यमंत्री ने यह साफ स्पष्ट कि देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान को सिद्ध करने के लिए शहरी अर्थव्यवस्था का विकास अत्यावश्यक है।
मुख्यमंत्री भुपेन्द्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनौतियों को अवसर में तब्दील करने की शैली विकसित की है। उन्होंने 20 वर्ष पहले जब गुजरात के शासन की कमान संभाली थी, तब शहरों की सुविधाएं सीमित थीं। नरेन्द्रभाई के अगाध परिश्रम और दूरदर्शिता के परिणामस्वरूप आज स्मार्ट सिटी और सुशासन की परिपाटी पर गुजरात के नगरों और शहरों का विकास देश के लिए रोल मॉडल बना है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्रभाई के मार्गदर्शन में विश्वस्तरीय स्मार्ट एवं टिकाऊ शहरों का एक नया युग शुरू हुआ है। दुनिया फास्ट ट्रैक विकास की दिशा में आगे बढ़ रही है और आज नागरिक केंद्रित सुविधाओं तथा ऑनलाइन सुविधाओं के समन्वय से टेक्नोलॉजी का अधिकतम उपयोग हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने ईज ऑफ लिविंग यानी जीवन जीने की सुगमता को बढ़ावा देने का जिक्र करते हुए कहा कि स्मार्ट क्लासरूम से स्मार्ट आंगनवाड़ी, स्मार्ट पार्किंग से स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट, स्मार्ट ड्रेनेज से स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट और स्मार्ट चार्जिंग से स्मार्ट इलेक्ट्रिक बस जैसे अनगिनत प्रयासों का आम लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव नजर आ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि देश में पिछले कई दशकों से ग्रामीण क्षेत्रों में सीमित आय, औद्योगीकरण, बुनियादी ढांचा, शिक्षा और स्वास्थ्य की सीमित सुविधाओं के चलते शहरीकरण में वृद्धि हुई है। नतीजतन, शहरी विकास एक महत्वपूर्ण विषय बनते जा रहा है। गुजरात ने इस परिस्थिति को पहचानकर शहरी विकास को हमेशा महत्व दिया है। केंद्र सरकार ने भी अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और दाहोद सहित गुजरात के 6 शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए चुना है। इसमें भी अहमदाबाद और वडोदरा ईज ऑफ लिविंग और म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के प्रदर्शन के मामले में शीर्ष 10 शहरों में शामिल हैं।
श्री पटेल ने कहा कि गुजरात सरकार नगर नियोजन योजनाओं (टीपी स्कीम) के लिए आवंटित भूमि में से 5 फीसदी भूमि सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्ग के नागरिकों के आवास बनाने के लिए आवंटित करती है। इसके अलावा, स्वच्छ एवं हरित शहर बनाने के लिए अर्बन फॉरेस्ट का दृष्टिकोण अपनाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात ने जनभागीदारी के साथ नगर नियोजन और शहरी विकास के समन्वय से शहरी क्षेत्रों में भूमि उपयोग के आयोजन का मॉडल दिया है, जिसकी देश भर में प्रशंसा हो रही है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी ने अपने संबोधन में शहरी विकास के आयोजन को सेवा के रूप में प्रोक्योर करने का अनुरोध किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने गरीबतम व्यक्ति को केंद्र में रखकर शहरों के सर्वसमावेशी विकास की मंशा व्यक्त की।
गुजरात ने शहरीकरण में देश भर में उत्तम उदाहरण पेश किया 
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने इस मौके पर कहा कि देश को 9 से 10 फीसदी जीडीपी दर को हासिल करने के लिए शहरीकरण और शहरों का विकास आवश्यक है। गुजरात ने शहरीकरण में देश भर में उत्तम उदाहरण पेश किया है। अमिताभ कांत ने शहरों के ट्रांजिट उन्मुख विकास यानी कि सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ साइकिलिंग तथा पैदल पथ जैसी सुविधाएं विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने देश के टिकाऊ विकास और कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए शहरीकरण के साथ डीकार्बोनाइजेशन यानी कार्बन में कमी को अति आवश्यक बताया। श्री कांत ने श्रेष्ठ शहरी विकास के लिए फ्लोर स्पेस इंडेक्स (एफएसआई) को बढ़ाकर शहरी विकास का वैज्ञानिक तरीके से आयोजन कर लिवेबल सिटी अर्थात रहने योग्य शहर बनाने की बात कही।
मुख्य सचिव पंकज कुमार ने ऐसे विकास को सच्चे अर्थों में ‘सफल विकास’ करार दिया जिसमें नागरिकों के चेहरे पर मुस्कान होती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि शहरी विकास के क्षेत्र में गुजरात देश का नेतृत्व करेगा। उन्होंने कहा कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर गांवों का जन्मदिन मनाने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के तहत गुजरात में 3 महीने में लगभग 7000 गांवों का जन्मदिन मनाया गया है। कार्यक्रम में अहमदाबाद के महापौर किरीटभाई पटेल, शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार, अहमदाबाद मनपा आयुक्त लोचन सेहरा, साबरमती विकास बोर्ड के चेयरमैन केशव वर्मा, अग्रणी सुरेन्द्र काका सहित केंद्र एवं राज्य सरकार के अधिकारी तथा देश के विभिन्न शहरों के महानगर पालिका के अग्रणी और पदाधिकारी उपस्थित रहे।
Tags: 0