गुजरात : जामनगर में रेलवे ओवरब्रिज का काम पूरा, एक लाख लोगों को होगी सहूलियत

गुजरात :  जामनगर में रेलवे ओवरब्रिज का काम पूरा, एक लाख लोगों को होगी सहूलियत

ओवरब्रिज का कार्य गत 16-9-2019 से प्रारंभ किया गया था

जामनगर के एक लाख से अधिक लोगों के लिए समय और ईंधन बचाने की सुविधा अब कुछ ही दिनों में मिल जाएगी। हम बात कर रहे हैं जामनगर में दिगजाम सर्कल से एयोरपोर्ट रोड पर बने रेलवे ओवर ब्रिज की। वैसे तो इस पुल पर काम जल्दी पूरा हो जाता, लेकिन कोरोना के चलते काम रोकना पड़ा था। हालांकि, अब पुल का 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और जल्द ही इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा। गौरतलब है कि शहरी क्षेत्रों में ट्रैफिक लोड को कम करने के लिए पिछले कुछ दिनों से ज्यादातर शहरों में पुल का काम चल रहा है। पुल की सुविधा से शहरवासियों को लंबे समय में फायदा होता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जामनगर के जाने माने इलाके जामनगर के दिग्जाम सर्कल से एयरफोर्स रोड पर भारी ट्रैफिक था। जिसका मुख्य कारण टॉप इंडस्ट्री में काम करते हजारों लोग इस रोड से प्रति दिन अपडाउन करते हैं। वहीं इस रोड पर एलसी नंबर १९९ पर रेलवे ओवरब्रिज का ९५ प्रतिशत से अधिक का काम  पूरा होने पर पुल बनकर तैयार हो गया। पुल की डिजाइन अहमदाबाद में एक सलाहकार फर्म द्वारा किया गया था और भरूच की पेढ़ी द्वारा निविदा मंजूर होने के बाद पुल का निर्माण किया गया था। ओवरब्रिज का कार्य गत 16-9-2019 से प्रारंभ किया गया था। पुल का काम दो साल में यानी 16-9-2021 को पूरा किया जाना था। लेकिन कोरोना में काम रुकने के कारण अब जाकर तैयार हुआ है। 
गौरतलब है कि एक के बाद एक कोरोना की तीन लहरों के कारण पुल का संचालन बाधित हो गया था। इतना ही नहीं करीब 7 महीने तक काम भी रोकना पड़ा था।  फिलहाल इस पुल का 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है। मात्र रेलवे विभाग की कार्यवाही बाकी रहने से पुल की निर्माण अवधि बढ़ाकर 31-5-2022 किया गया था। इस रेलवे ओवरब्रिज के पूरा होने से एयरफोर्स तथा रिंग रोड पर विकसित द्वारकाधीश रेजीडेंसी, रविपार्क, नीलकंठ धाम, बालाजी पार्क सहित सोसायटियों में रहने वाले करीब एक लाख लोगों को जामनगर शहर से सीधा संपर्क मिलेगा। इससे समय और ईंधन की बचत होगी।
जामनगर के दिग्जाम सर्किल से एयरफोर्स रोड पर बने ओवरब्रिज का कार्य 16-9-2019 को शुरू हुआ था। यह काम दो साल में यानी 16-9-2021 को पूरा किया जाना था। लेकिन कोरोनाकाल के कारण  पुल को 7 महीने के लिए बंद कर दिया गया था और 31-3-2022 तक बढ़ा दिया गया था। उसके बाद रेल विभाग का कार्य बाकी रहने से 31-5-2022 तक बढ़ा दिया गया। ब्रिज का सिविल वर्क काफी हद तक पूरा हो चुका है। फिलहाल पेंटिंग का काम, सर्विस रोड समेत काम चल रहा है। इस रेलवे पुल की परियोजना के लिए 300 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी। इस ब्रिज की कुल लंबाई 601 रनिंग मीटर, रेलवे सेक्शन ब्रिज की लंबाई 76 मीटर, दोनों तरफ 525 मीटर एप्रोच पार्ट ब्रिज, 7.50 मीटर टू लेन ब्रिज की चौड़ाई, आरसीसी क्रैश बैरियर ओवरब्रिज के दोनों तरफ 0.45 मीटर है।
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