गुजरात : हो गया खुलासा, राजनीति में प्रवेश नहीं करेंगे नरेश पटेल!

गुजरात  : हो गया खुलासा, राजनीति में प्रवेश नहीं करेंगे नरेश पटेल!

नरेश पटेल के इस फैसले से कांग्रेस को लगा बहुत बड़ा झटका

नरेश पटेल के राजनीति में आने की अटकलों पर आज विराम लग गया है। नरेश पटेल ने इस बारे में बात करते हुए कहा, 'मैंने राजनीति में आने के अपने फैसले को फिलहाल टाल दिया है। अगर मैं किसी पार्टी में शामिल होता हूं, तो मैं उसी पार्टी का रहूंगा, मैं हर समाज की चिंता नहीं कर सकता।' उन्होंने आगे कहा, "मैं हर राजनीतिक दल, सभी समाजों के भाइयों और बहनों और मीडिया को धन्यवाद देता हूं।" नरेश पटेल के इस फैसले से कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका लगा है।
नरेश पटेल भले ही सक्रिय राजनीति में न रहे हों, लेकिन पिछले एक दशक में उनके नाम की खासी चर्चा रही है। खोडलधाम पर भव्य मंदिर के निर्माण को लेकर अग्रणी रहे नरेश पटेल का पाटीदार समाज में जबरदस्त वर्चस्व है। नरेश पटेल जिस पाटीदार समुदाय के नेता हैं वह गुजरात की राजनीति में हमेशा से निर्णायक भूमिका में रहा है। लेउवा पटेल, सौराष्ट्र और कच्छ के इलाके में ज्यादा, राजकोट, जामनगर, अमरेली, भावनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, सुरेंद्रनगर जिलों में बड़ी संख्या में पाटीदार समाज के लोग रहते हैं। 
नरेश पटेल ने आगे कहा, "बड़ों की चिंता, समाज के संगठन, अगर मैं किसी भी पार्टी में शामिल होता हूं, तो आप समझते हैं कि मैं एक पार्टी का हूं। मैं हर समाज के बीच काम नहीं कर सकता। तब बड़ों की चिंता मुझे कुछ ज्यादा ही लग रही थी। शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसी कई परियोजनाएं जो हर समाज के लिए हैं। ऐसे समय में जब खोदलधाम में इतनी बड़ी परियोजनाएं अभी भी लंबित हैं, आइए हम इन परियोजनाओं में तेजी लाएं, उन्हें आगे बढ़ाएं, गुजरात के लोगों को इसमें हर समुदाय को लाभान्वित करें, मेरे नेतृत्व में खोदलधाम को जारी रखने दें। इसी वजह से मैं फिलहाल राजनीति में अपना प्रवेश टाल रहा हूं। राजनीति को लेकर उन्होंने कहा, ''राजनीति में मेरा प्रवेश फिलहाल स्थगित है। लेकिन न तो हम और न ही कोई और जानता है कि समय और परिस्थिति क्या करेगी। इसे राजनीतिक दबाव नहीं कहा जा सकता। क्योंकि अगर राजनीतिक दबाव होता तो मैं पहले ही राजनीति में जाने का फैसला नहीं करता।'
नरेश पटेल ने आगे कहा, 'शायद अब भी लोग मुझसे मिलने आएं। यह भी संभव है। तो मुझसे पूछकर जो करना है करो। 2022 तक अगर हर पार्टी में पाटीदार होंगे या दूसरे समुदाय के लोग भी मेरे पास मदद के लिए आएंगे तो मैं उनकी मदद करूंगा।' नरेश पटेल ने आगे कहा, '80 फीसदी युवा मुझसे राजनीति में आने के लिए कहते हैं। महिलाओं में 50 प्रतिशत को जाने के लिए कहा जाता है और बड़े 100 प्रतिशत मुझसे कह रहे हैं कि मुझे राजनीति में न आना चाहिए। मैं राजनीति में जाऊंगा या नहीं यह एक बड़ा मुद्दा था, लेकिन आज इस सवाल का अंत है।'
नरेश पटेल ने आगे कहा, "सबसे पहले मैं आप सभी मीडियाकर्मियों को जितना करता हूं, धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं उसका ऋणी हूँ। मैं हर राजनीतिक दल और उसके नेताओं को भी धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मेरा स्वागत किया। मुझे गर्मजोशी देने के लिए मैं गुजरात के सुर्वे समाज के भाइयों और बहनों को भी धन्यवाद देता हूं।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले नरेश पटेल ने पाटीदार नेताओं के साथ 45 मिनट तक बैठक की थी। खोडलधाम में हुई बैठक में कांग्रेस पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, पाटीदार नेता दिनेश बंभानिया, पीएएस संयोजक अल्पेश कथिरिया शामिल थे। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में विकास, युवाओं के खिलाफ मुकदमे वापस लेने, राजनीतिक प्रवेश, हार्दिक पटेल की राजनीति आदि जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। इस बीच नरेश पटेल ने कहा, 'मैं आगे की चर्चा के बाद आने वाले दिनों में घोषणा करूंगा कि मुझे राजनीति में जाना चाहिए या नहीं और किस पार्टी में शामिल होना है।