फीका फीका नजर आया हार्दिक पटेल का भाजपा में प्रवेश, नेताओं के चेहरों पर नहीं दिखा उत्साह

फीका फीका नजर आया हार्दिक पटेल का भाजपा में प्रवेश, नेताओं के चेहरों पर नहीं दिखा उत्साह

कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अब बीजेपी के हुए, अहमदाबाद स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर कमलम में वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं बीजेपी नेता नितिन पटेल, गुजरात इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में बीजेपी में हुए शामिल

आज पूर्व कांग्रेसी नेता हार्दिक पटेल आधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं। अहमदाबाद स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर कमलम में वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में शामिल हुए। हार्दिक पटेल, बीजेपी नेता नितिन पटेल, गुजरात इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए।  इससे पहले हार्दिक पटेल ने दावा किया कि कांग्रेस में कुछ और पाटीदार नेता हैं जो आने वाले समय में पार्टी का साथ छोड़ेंगे।  कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक भारतीय जनता पार्टी में गिलहरी के रूप में काम करने की बात कर रहे हैं। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही थी कि पटेल नेता का 'जोशीला' स्वागत वैसा नहीं हुआ जैसा उन्हें होना चाहिए था। 
आपको बता दें कि स्वाभाविक रूप से, जब राज्य का कोई बड़ा नेता पार्टी बदलता है और बीजेपी में शामिल होता है, तो पार्टी द्वारा बड़ी योजनाएं बनाई जाती हैं, पार्टी नेताओं द्वारा बड़े बयान दिए जाते हैं, लेकिन हार्दिक पटेल के बीजेपी में शामिल होने से पहले और पहले किसी भी बड़े बीजेपी नेता ने कोई बयान नहीं दिया। केवल पीएम की मौजूदगी में हार्दिक पटेल के पार्टी में शामिल होने की बात चल रही थी लेकिन उनकी पार्टी में एंट्री के वक्त सीएम भी मौजूद नहीं थे। तथ्य यह है कि राज्य के मुख्यमंत्री खुद पाटीदार हैं और पाटीदार युवा नेता जो भाजपा में शामिल हुए लेकिन वो अनुपस्थित रहे।
गुजरात के पाटीदार दिग्गज को बीजेपी में लाने के लिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल और नितिन पटेल मौजूद थे। कार्यालय मैदान में पूरे कार्यक्रम के आयोजन से पहले हार्दिक पटेल रोड शो कर जब कार्यालय पहुंचे तो उन्हें मंच पर 10 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। उसके बाद पाटिल वहां आए और हार्दिक के गले में बीजेपी का भगवा गमछा डाला। नितिनभाई ने टोपी पहनाई और मंच से चले गए। मंच पर माइक की व्यवस्था की गई थी, सभी ने सोचा था कि हार्दिक के स्वागत के लिए दो शब्द कहे जाएंगे लेकिन कुछ नहीं हुआ। सीआर पाटिल के जाने के बाद हार्दिक ने प्रदेश के अन्य स्थानीय नेताओं की मौजूदगी में प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि समाज हित ,देश हित में मोदी जी के साथ छोटा सा सिपाही बन कर मैं मोदी जी के साथ काम करना चाहता हूं। पीएम नरेंद्र मोदी विश्व के गौरव हैं। पाटीदार नेता ने कहा कि राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित के इस भगिरथ कार्य में आगे बढ़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो राष्ट्र सेवा का काम चल रहा है उसमें छोटा सा सिपाही बनकर काम करने के लिए नए अध्याय की शुरूआत कर रहा हूं।
हैरानी की बात ये है कि हार्दिक पटेल के भाजपा में प्रवेश के मुद्दे पर भाजपा का हर वरिष्ठ नेता खामोश है। हार्दिक पटेल के पार्टी में आने से भारतीय जनता पार्टी के कई नेता नाखुश हैं लेकिन पार्टी के फैसले के आगे सब क चुप हैं। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वाले नेता भी हार्दिक पटेल के मुद्दे पर बोलने से कतरा रहे हैं। यहाँ तक हार्दिक पटेल के स्वागत के लिए भाजपा कार्यालय आए नितिन पटेल से जब मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कोई बयान नहीं दिया कि उन्होंने हार्दिक पटेल का स्वागत किया, सिर्फ इतना कहा कि सब कुछ भगवान की मर्जी से होता है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के पास 2012 के बाद से दो, चार या 10 नहीं, बल्कि 60 बड़े नेता हैं। राडाडिया, पूनम मैडम, नरहरि अमीन, लीलाधर वाघेला, देव सिंह चौहान, परबत पटेल, कुंवरजी बावलिया जैसे कई नेता विधायकों, सांसदों, मंत्रियों और दिल्ली कैबिनेट तक पहुंच चुके हैं। संभव है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के प्रति नाराजगी होगी।