मेडिकल छात्रों को यूक्रेन से भारत लौटे होने आये दो महीने, कोई विकल्प न दिखने पर फिर ऑनलाइन पढ़ाई में जुटे!

मेडिकल छात्रों को यूक्रेन से भारत लौटे होने आये दो महीने, कोई विकल्प न दिखने पर फिर ऑनलाइन पढ़ाई में जुटे!

यूक्रेन तथा रूस के बीच चल रहे युद्ध के कारण कई छात्र अपनी जान बचाकर भारत वापस आए थे। इन सभी में मेडिकल छात्रों को सबसे अधिक तकलीफों का सामना करना पड़ा है। भारत सरकार द्वारा जब छात्रों को वापस लाया गया, तब उन्हें मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिए जाने का सांत्वना दी गई थी। हालांकि वापस आने के बाद डेढ़ से 2 महीने भी हो गए हैं, पर अब तक इस दिशा में कोई भी कड़े कदम नहीं उठाए गए हैं। जिसके चलते छात्रों ने फिर से यूक्रेन की कॉलेजों के साथ ही अपनी ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी है।
यूक्रेन से वापस आए सौराष्ट्र के कुछ मेडिकल स्टूडेंट ने बताया कि उन्होंने साल बचाने के लिए तथा भरी हुई फीस बेकार न जाए इस आशय से यूक्रेन की कॉलेजों में ऑनलाइन एजुकेशन के लिए संपर्क किया था। क्योंकि यूक्रेन की कई कॉलेजों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है। इसके चलते छात्रों ने भी ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दिया है। इसके अलावा कई छात्रों ने पोलैंड में भी कॉलेजों में भी एडमिशन लेने के लिए अप्लाई किया है। क्योंकि यूक्रेन तथा पोलैंड के मेडिकल सिलेबस में काफी समानता देखने मिल रही है। इसके अलावा वहां की फीस भी लगभग यूक्रेन की जितनी ही है।
छात्रों को जब भारत लाया गया था, तब उनका साल ना बिगड़े इस हेतु से उन्हें भारत की मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन देने के लिए केंद्र सरकार ने सांत्वना दी थी। हालांकि अभी तक इस बारे में कोई निर्णय न लिए गए होने के कारण छात्र भी काफी चिंतित हुए हैं तथा किसी भी तरह अपना साल ना बिगड़े इसलिए युद्ध की गंभीर परिस्थिति के बीच भी कॉलेजों के साथ संपर्क कर रहे हैं।