गुजरात : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिक्षा क्षेत्र में देश के प्रथम विश्वस्तरीय ‘विद्या समीक्षा केन्द्र’ का दौरा किया

गुजरात :  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिक्षा क्षेत्र में देश के प्रथम विश्वस्तरीय ‘विद्या समीक्षा केन्द्र’ का दौरा किया

पीएम ने विद्या समीक्षा केन्द्र में अत्याधुनिक मॉनिटरिंग रूम से राज्य भर के शिक्षकों, अभिभावकों, विद्यार्थियों, बीआरसी, सीआरसी, टीपीओ तथा डीपीईओ के साथ संवाद किया

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल तथा शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघाणी भी उपस्थित रहे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर स्थित शिक्षा के क्षेत्र में विश्वस्तरीय रीयल टाइम ऑनलाइन मॉनिटरिंग‘विद्या समीक्षा केन्द्र’ का दौरा किया। इस अवसर पर उनके साथ मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघाणी सहित कई महानुभाव एवं शिक्षाविद उपस्थित थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विद्या समीक्षा केन्द्र में अत्याधुनिक मॉनिटरिंग कक्ष से पूरे गुजरात के अभिभावकों, विद्यार्थियों, शिक्षकों, मुख्य शिक्षकों, बीआरसी, सीआरसी, तहसील प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों और जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों के साथ सीधा ई-संवाद कर उन्हे शिक्षा क्षेत्र में आवश्यक मार्गदर्शन दिया। 
विद्या समीक्षा केन्द्र में राज्य के शिक्षा सचिव  विनोद राव, पीएम पोषण योजना के आयुक्त एस.ए. पटेल, प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ. एम.आई. जोशी, जीसीईआरटी के पूर्व निदेशक टी.एस. जोशी, सर्व शिक्षा अभियान की स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. रतन कँवरगढवी चारण, गुजरात माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष ए.जे. शाह, जीआईईटी के निदेशक डॉ. पी.ए. जलु, मध्याह्न भोजन आयुक्त सतीश पटेल सहित उच्च अधिकारियों ने प्रेज़ेंटेशन के माध्यम से शिक्षा विभाग के कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रधानमंत्री को दी। प्रधानमंत्री ने यूनिट टेस्ट की उत्तर पुस्तिका का रुचिपूर्वक निरीक्षण कर आवश्यक सुझाव दिए। इससे पूर्व गांधीनगर स्थित शिक्षा विभाग के अत्याधुनिक ‘विद्या समीक्षा केन्द्र’ पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विद्यार्थियों ने बैंड की मधुर धुन के साथ स्वागत किया। भारतीय परम्परा के अनुसार बालिकाओं द्वारा किए गए स्वागत के पश्चात प्रधानमंत्री ने बालिकाओं पर पुष्प वर्षा की। इसके बाद उन्होंने विद्या समीक्षा केन्द्र में विद्या के देव अर्थात वेद व्यास जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।  
प्रधानमंत्री ने एक विद्यार्थी की यूनिट टेस्ट की पुस्तिका का स्वनिरीक्षण किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले प्रदर्शनी कक्ष-1 का निरीक्षण किया, जहाँ उन्होंने गुजरात सरकार के शिक्षा विभाग की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित नई पहल के रूप में विभिन्न छह कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके अंतर्गत राज्य के शिक्षा सचिव डॉ, विनोद राव ने प्रधानमंत्री को विद्यालय प्रवेशोत्सव 2.0, फ़ाउंडेशनल लिटरेसी एण्ड न्यूमरसी, केन्द्रीकृत मूल्यांकन, गुणोत्सव 2.0, टेक्नोलॉजी एनेबल लर्निंग इनिशिएटिव और स्कूल एडमिनिस्ट्रेटिव सिस्टम के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने एक विद्यार्थी की यूनिट टेस्ट की पुस्तिका का स्वनिरीक्षण किया। कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा का प्रमाण बढ़ा है। ऐसे में विद्यार्थियों के पास मोबाइल की उपलब्धता तथा इंटरनेट कनेक्टिविटी सहित अन्य सहज मुद्दों पर मोदी ने जानकारी हासिल की। उन्होंने गुणोत्सव को लेकर कक्षा में चलने वाली शैक्षणिक गतिविधियों की मूल्यांकन पद्धति के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। प्रधानमंत्री ने प्रदर्शनी कक्ष 2 का दौराकर राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा आगामी शैक्षिक वर्ष में विद्यार्थियों की शिक्षा की गुणवत्ता के लिए शुरू किए जाने वाले माइलस्टोन समान कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
प्रधानमंत्री को बताया गया कि वर्ल्ड बैंक  तथा एशियन इन्फ़्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक के सहयोग से शुरू किए जाने वाले 10 हज़ार करोड़ रुपए के स्मार्ट प्रोजेक्ट मिशन स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस कार्यक्रम के ज़रिये राज्य के लगभग 20 हज़ार सरकारी व अनुदानित प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की कायापलट की जाएगी और इन स्कूलों को उच्चतम शिक्षा के लिए स्मार्ट क्लास, स्टेम लैब, कम्प्यूटर लैब, प्लेग्राउण्ड आदि सुविधाएँ प्रदान की जाएँगी। इससे विद्यार्थी वैश्विक स्तर की शिक्षा प्राप्त कर अपने कॅरियर का निर्माण कर सकेंगे। इसके अलावा उत्तम स्तर की रेज़ीडेंशियल शिक्षा के लिए रेज़ीडेंशियल स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग डेढ़ लाख विद्यार्थयों को कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा नि:शुल्क प्रदान की जाएगी। इस कार्यक्रम की विशेषता यह है कि यह पूरा कार्यक्रम जनभागीदारी से होगा, जिसमें प्रोजेक्ट पार्टनर को सभी प्रकार की सुविधाओं के लिए पूंजी निवेश करना होगा। इस प्रोजेक्ट पार्टनर को राज्य सरकार द्वारा प्रतिछात्र वार्षिक 60,000 रुपए दिए जाएँगे।
प्रधानमंत्री को बताया गया कि विद्यार्थी राष्ट्रीय सुरक्षा तथा आंतरिक सुरक्षा को जानने के लिए उत्सुक बनते हुए भविष्य में सेना तथा बीएसएफ़ एवं पुलिस जैसे बलों का हिस्सा बनने का दृष्टिकोण अपनाएँ।  इस उद्देश्य से सैनिक विद्यालय समकक्ष रक्षाशक्ति विद्यालय शुरू किए जाएँगे, जहाँ विद्यार्थियों को कक्षा 6 से 12 की रेज़ीडेंशियल शिक्षा नि:शुल्क दी जाएगी। विद्यार्थियों को देश की प्राचीन संस्कृति से अवगत कराने तथा संस्कृत भाषा में निपुण बनाने के उद्देश्य सेसंस्कृत माध्यम में शिक्षा देने हेतु ‘ֹसंस्कृत साधना’ तथा ‘संस्कृत शक्ति’ जैसे दो महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के बारे में भी प्रधानमंत्री को अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई। इसके बाद प्रधानमंत्री ने इस विद्या समीक्षा केन्द्र के कुंजीरूपी वीडियो वॉल रूम की मुलाक़ात ली। 
भारतीय परम्परा के अनुसार बालिकाओं द्वारा किए गए स्वागत के पश्चात प्रधानमंत्री ने बालिकाओं पर पुष्प वर्षा की
प्रधानमंत्री निरीक्षण किया कि मिशन स्कूल ऑफ़ एक्सीसॉलेंस के कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी बच्चों की किस प्रकार वीडियो वॉल 1 द्वारा मॉनिटरिंग की जाती है ? इसके बाद श्री मोदी ने वीडियो वॉल 2 की ओर रुख़ किया और गहराईपूर्वक जानकारी प्राप्त की कि डैश बोर्ड पर उपलब्ध सूचना के आधार पर किस प्रकार शिक्षकों एवं सुपरविज़न स्टाफ़ की प्रभावी मॉनिटरिंग होती है और विद्यार्थियों-स्कूल संबंधी डेटा तथा आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के बिग डेटा और एनालिटिक्स के माध्यम से मीनिंगफ़ुल एनालिसिस कर उसके स्कूली शिक्षा के सभी नीतिगत निर्णय किस प्रकार लिए जाते हैं ?
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने बनासकाँठा ज़िले के अंबाजी-जेतवास स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं, शिक्षकों तथा ग्रामीणजनों के साथ ‘टू वे’ संवाद स्थापित कर स्कूली शिक्षा, व्यवस्था, सुविधा तथा उनके भविष्य निर्माण के विषय में दिलचस्प प्रश्नोत्तरी की और उन्हें मार्गदर्शन दिया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कच्छ ज़िले के वाँकी प्राथमिक विद्यालय के एसएमसी की सदस्य राठौड़ कल्पनाबेन के साथ बात करते हुए जानकारी हासिल की कि सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों से बच्चों की शिक्षा में कितना सुधार आया ? श्री मोदी ने कक्षा 8 की छात्रा पूजाबा के साथ वार्तालाप करते हुए पूछा कि अन्य क्षेत्रों से आने वाले शिक्षक स्थानीय भाषा में पढ़ा पाते हैं या नहीं ? प्रधानमंत्री ने मुख्य शिक्षक नारायणभाई गोयल के साथ भी संवाद किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी ने विद्यार्थियों से पूछा कि स्कूल में उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए शारीरिक शिक्षा तथा योगी जैसी गतिविधियाँ कराई जाती हैं या नहीं ?
प्रधानमंत्री ने तापी ज़िले की कुकरमुंडा तहसील के ऊँटवडा गाँव के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की सुश्री दर्शनाबेन के साथ वार्तालाप करते हुए पूछा कि कितने विद्यार्थी दीक्षा पोर्टल का उपयोग कर रहे हैं ?
प्रधानमंत्री ने देश के इस प्रथम विद्या समीक्षा केन्द्र से खेरोज स्थित अनुपम प्राथमिक विद्यालय की मुख्य शिक्षिका राजश्रीबेन पटेल, कक्षा 7 की छात्रा अशरूफ़ा बहान युनूसभाई, सीआरसी को-ऑर्डिनेटर जयेशभाई पटेल, तापी ज़िले की कुकरमुंडा तहसील के ऊँटवडा गाँव के केजीबीवी स्कूल की शिक्षिका दर्शनाबेन कारेलिया तथा कक्षा 10 की छात्रा तन्वी वसावा के साथ ई-संवाद किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी के साथ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल, सांसद सी. आर. पाटिल, शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघाणी, शिक्षा राज्य मंत्री कीर्तिसिंह वाघेला, मुख्य सचिव पंकज कुमार तथा सचिव डॉ. विनोद राव भी उपस्थित रहे।
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