गुजरात : समाज सुधार और समाज निर्माण के साथ आर्थिक विकास में भी योगदान दे रही हैं महिलाएं : मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल
By Loktej
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मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने द जूनागढ़ जिला सहकारी बैंक लि. की नवीनीकृत प्राची शाखा का किया वर्चुअल लोकार्पण
‘प्राकृतिक कृषि समय की मांग है, प्राकृतिक खेती के जरिए धरती माता और मानव जीवन का स्वास्थ्य बनाए रखें’
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शनिवार को जूनागढ़ में आयोजित किसान महिला उत्कर्ष शिविर कहा कि महिलाएं समाज सुधार और समाज निर्माण में बहुमूल्य योगदान देने के साथ ही आर्थिक विकास में भी योगदान दे रही हैं। सखी मंडल और सहकारी क्षेत्र सहित अन्य माध्यमों के जरिए नारी शक्ति ने समाज को नई दिशा दिखाई है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आह्वान किया कि देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हम अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तब प्रत्येक गांव के 75 किसान प्राकृतिक कृषि की दिशा में आगे बढ़ें।
द गुजरात राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड, अहमदाबाद के सहयोग से द जूनागढ़ जिला सहकारी बैंक लिमिटेड की जूनागढ़ शाखा की ओर से आयोजित किसान महिला उत्कर्ष शिविर में मुख्यमंत्री ने जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय से नवीनीकृत प्रांची शाखा का वर्चुअल तरीके से लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां सैकड़ों वर्षों से नारी शक्ति की पूजा की परंपरा चली आ रही है। गुजरात की तीन बेटियों ने ओलंपिक में और तीन बेटियों ने पैरा ओलंपिक में भाग लेकर यह साबित कर दिया है कि यदि अवसर मिले तो नारी शक्ति अपना सामर्थ्य बता सकती है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती समय की मांग है। प्राकृतिक खेती के जरिए धरती माता के स्वास्थ्य को बनाए रखें, उससे ही मानव जीवन का स्वास्थ्य बरकरार रहेगा। इस तरह जमीन की उर्वरता बढ़ने और शुद्ध उपज मिलने से गंभीर रोगों के मामले भी घटेंगे।
श्री पटेल ने महिला प्रशिक्षण शिविर का स्वागत करते हुए कहा कि कृषि के क्षेत्र में भी महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। महिलाएं बीज देखभाल और निराई सहित अन्य कार्यों को भली-भांति करती हैं। इसके साथ ही उन्होंने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान देने वालीं वीर-वीरांगनाओं का भी पुण्य स्मरण किया। इस अवसर पर गुजकोमासोल और इफको के चेयरमैन दिलीपभाई संघाणी ने कहा कि देश की आजादी का अमृत पर्व अर्थात आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर समग्र देश में उत्सव मनाया जा रहा है, तब 75 वर्ष में पहली बार सहकारी क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा महत्व दिया जा रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक अलग मंत्रालय का भी गठन किया है और उसकी कमान केंद्रीय मंत्री अमित शाह को सौंपी गई है। इस सफल नेतृत्व ने सहकारी के लिए नई राह दिखाई है।
उन्होंने कहा कि सहकारी क्षेत्र के माध्यम से व्यापक लोक कल्याण हो सके उसके लिए नई नीति भी बनाई गई है। नई सहकारी नीति के निर्माण में देश के सभी नागरिकों अपनी स्थानीय भाषा में अपने सुझाव दे सकते हैं। उन्होंने लोगों से इस संबंध में अपने सुझाव देने का अनुरोध भी किया। श्री संघाणी ने कहा कि देश की आजादी में महिलाओं का बड़ा योगदान रहा है। ऐसे में सहकारी क्षेत्र में महिलाएं भी अपना योगदान दे सकें उसके लिए महिलाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण का कानून लाया गया है। इसके अलावा, सहकारी क्षेत्र के माध्यम से डेयरी और पशुपालन के क्षेत्र में भी रोजगार सृजन के लिए नई डेयरी की स्थापना के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विशेष प्रोत्साहन देने का निर्णय लिया था।
पूर्व मंत्री जशाभाई बारड ने जूनागढ़ जिला सहकारी बैंक की उतार-चढ़ाव वाली विकास यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक समय था जब किसानों को कर्ज पर भारी-भरकम ब्याज देना पड़ता था। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के हित में शून्य फीसदी दर पर कर्ज देने का निर्णय किया था। उन्होंने कहा कि एक समय घाटे में चल रहे जूनागढ़ सहकारी बैंक लिमिटेड को राज्य सरकार की ओर से मिली भारी सहायता के बल पर आज यह बैंक डिविडेंड देने लगा है।
कार्यक्रम की शुरुआत में जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन और जिला भाजपा अध्यक्ष किरीटभाई पटेल ने कहा कि द जूनागढ़ जिला सहकारी बैंक लि. के अधिकारियों और कर्मचारियों ने 2000 बच्चों को कुपोषण से मुक्त कर सुपोषित करने का संकल्प लिया है। इसके साथ ही उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए रचनात्मक सुझाव भी दिए। जिला सहकारी बैंक के वाइस चेयरमैन मनुभाई खूंटी ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्राकृतिक खेती से जुड़ीं भावनाबेन त्रांबड़िया और नालिसाबेन डोबरिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के करकमलों से द जूनागढ़ जिला सहकारी बैंक लि. से संबद्ध वडाल सेवा सहकारी मंडली लि., मजेवडी सेवा सहकारी मंडली लि. और झालणसर सेवा सहकारी मंडली लि. के प्रतिनिधियों को माइक्रो एटीएम प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भुपेंद्र पटेल ने जूनागढ़ जिले की संपूर्ण महिला समरस बंटिया गांव की महिला सरपंच का सम्मान किया। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने प्रगतिशील आत्मनिर्भर महिला किसान भावनाबेन त्रांबडिया, नालिसाबेन डोबरिया, अस्मिताबेन पोलरा, लताबेन गजेरा और शिल्पाबेन दुधात्रा का प्रमाण पत्र और स्मृति चिह्न देकर तथा शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया।
इस अवसर पर पशुपालन राज्य मंत्री देवाभाई मालम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शांताबेन खटारिया, महापौर श्रीमती गीताबेन परमार, विधायक जवाहरभाई चावड़ा, गुजरात हाउसिंग फाइनेंस बोर्ड के चेयरमैन डॉ. डीपी चिखलिया, जूनागढ़ कॉमर्शियल कॉ-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन डॉलरभाई कोटेचा, उप महापौर गिरीशभाई कोटेचा, पूर्व विधायक माधाभाई बोरिया, कनुभाई भालाळा, भगवानजीभाई करगठिया, अरविंदभाई लाडाणी, वंदनाबेन मकवाणा, सहकारी क्षेत्र के अग्रणी सर्वश्री जेठाभाई पानेरा, लक्ष्मणभाई यादव, दिनेशभाई खटारिया, धवलभाई दवे सहित जिला बैंक के निदेशकगण, शहर भाजपा अध्यक्ष पुनितभाई शर्मा सहित कई पदाधिकारी और बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।
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