गुजरात : तेज हवाओं और तेज बारिश के कारण गिर सोमनाथ में कई नाव डूबी, कम से कम 8 मछुआरें गायब

गुजरात : तेज हवाओं और तेज बारिश के कारण गिर सोमनाथ में कई नाव डूबी, कम से कम 8 मछुआरें गायब

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद तटरक्षक नौकाओं और 2 हेलीकॉप्टरों द्वारा तटरक्षक बल के समन्वय से बचाव अभियान चलाया गया

अरब सागर में बने तूफानी चक्रवात और अरब सागर में कम दाब का क्षेत्र तैयार होने की वजह से गुजरात में जवाद नाम के तूफान का खतरा मंडरा रहा है। गुजरात में बीते दिन से तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश और ठंड देखी जा रही है। जिस तरह से बारिश की स्थिति बनी रही और तूफान का खतरा देखा गया। इस के मद्देनजर मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ मछुआरों के लिए पांच दिन की चेतावनी जारी की गई है। इसी बीच गुजरात के गिर सोमनाथ में तेज बारिश और हवाओं के कारण लगभग 15 बोट समुद्र में डूब गए। ऐसा माना जा रहा है कि इस हादसे के बाद से कम से कम 8 मछुआरे गायब हैं। फिलहाल प्रशासन लापता मछुआरों की तलाश कर रहा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने गिर सोमनाथ के नवाबबंदर में तूफान और बारिश के कारण मछली पकड़ने वाली 5 नौकाओं में 14 में से 8 नाविकों के लापता होने के संबंध में जिलाधिकारी से संवाद कर जिला कलेक्टर को तत्काल राहत कार्य की व्यवस्था करने के निर्देश दिये थे। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद तटरक्षक नौकाओं और 2 हेलीकॉप्टरों द्वारा तटरक्षक बल के समन्वय से बचाव अभियान चलाया गया है। वहीं, लापता मछुआरों की तलाश और बचाव कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव पंकज कुमार को भी स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ने गए। मछली पकड़ने के दौरान तेज हवाओं के कारण नाव के डूबने की संभावना है। कल तेज हवाओं के कारण ऊना की 8 नावें समुद्र में डूब गईं। नए बंदरगाह पर लगी पंद्रह नावें तेज हवाओं के बीच फंस गईं। इसके अलावा यह भी पता चला है कि नाव पर लंगर डालने गए 8 नाविक लापता हैं। तीन मछुआरों को बचा लिया गया है जबकि शेष नाविकों की तलाश जारी है। नाविकों के परिजन परेशान हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि दो दिसंबर तक बारिश का यह दौर जारी रहने का अनुमान है। आईएमडी के मुंबई के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख जयंत सरकार ने बताया कि पालघर, ठाणे, रायगढ़, मुंबई, नासिक, धुले, नंदुरबार में भी बुधवार को बारिश हुई। नवंबर-दिसंबर में महाराष्ट्र में सामान्य तौर पर बारिश नहीं होती है लेकिन, दक्षिण पूर्व और पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर बनी चक्रवाती हवाओं की वजह से बारिश हुई है। आईएमडी के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रमुख सती देवी ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के संपर्क से भूमध्यसागरीय क्षेत्र में एक चक्रवाती प्रवाह उत्पन्न होता है।
आपको बता दें कि मछुआरों को बचाने में मदद के लिए नौसेना के हेलीकॉप्टर भी बुलाए गए हैं। विमान लगातार समुद्र में बचाव कार्य कर रहा है। जिसमें 4 नाविकों को बचा लिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने नाविकों के लापता होने के संबंध में भी कलेक्टर से बातकर उन्हें कलेक्टर से सहायता प्रदान कराने का निर्देश दिया है।