गुजरात : त्यौहारी सीजन में बूटलेगर आजमा रहे है नई तरकीबें, जानें कैसे घुसाई जा रही है शराब

गुजरात : त्यौहारी सीजन में बूटलेगर आजमा रहे है नई तरकीबें, जानें कैसे घुसाई जा रही है शराब

दिवाली में लोगों के घर में बनने वाले ममरा के थेलियों के नीचे छिपाकर ले जा रहे है शराब

दिवाली का त्यौहार आने वाला है और हर कोई इस दौरान अधिक से अधिक कमाई करना चाहता है। ऐसे में बूटलेगर भी कमाई के लिए अलग-अलग तरीके से कमाई करने की तरकीबें ढूंढ रहे है। पुलिस द्वारा दो दिनों में विभिन्न स्थानों से शराब के साथ बूटलेगरों को पकड़ा गया है। गांधीग्राम पुलिस द्वारा 5.40 लाख के शराब भरी हुई गाड़ी और साथ में बूटलेगर को पकड़ा था। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने 2 लाख 30 हजार की कीमत की 444 बोतल के साथ राजस्थान के शख्स को पीकअप वैन के साथ पकड़ा था।
विस्तृत जानकारी के अनुसार, डीसीबी टीम की पेट्रोलिंग के दौरान उन्हें सूचना मिली की जंक्शन प्लेट दरगाह के नजदीक एक पिकअप वैन शराब की बोतल के साथ आ रही है। ऐसे में डीसीबी की टीम ने एक बोलेरो पीकअप गाड़ी की तलाशी मिली थी। जिसमें उन्हें 2 लाख 30 हजार की कीमत की शराब मिल आई थी। इसके अलावा पुलिस ने 2 मोबाइल फोन और तीन लाख की गाड़ी को भी जप्त किया था। अपनी तलाशी के दौरान पुलिस ने इमरान उर्फ ईमू गुलाबभाई खेलीं तथा नरपतकुमार चतराराम सुठार को अपनी हिरासत में लिया था।
पुलिस के अनुसार, इमरान उर्फ ईमू पहले से ही हिस्ट्रीशीटर है। जांच में सामने आया है की अभी भी अन्य दो व्यक्तियों की खोज चालू है, जिनके नाम आशिफबापू नागाणी और सुनील आहिर है। इसमें सुनील अपनी वाडी से आशिफबापू के लिए भरकर दिया था। भावनगर में बूटलेगरों द्वारा ममरा की थेलो में भरकर लाखों की शराब भरकर शराब छिपाकर लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। क्राइम ब्रांच द्वारा जिन दो शख्सों को हिरासत में लिया गया है, उन्होंने भी इसी तरह से शराब भरकर लोगों को पहुँचने की कोशिश की थी। बता दे की इसके पहले भी पुलिस ने गद्दों के नीचे और मवेशियों को दिये जाने वाले भूसे के नीचे छिपाकर शराब ला रहे लोगों को हिरासत में लिया गया था।
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