शिवांश को शिशुगृह में रखने की आई बात तो रात भर ध्यान रखने वाली महिला कोर्पोरेटर की आंखे हुई भीनी

शिवांश को शिशुगृह में रखने की आई बात तो रात भर ध्यान रखने वाली महिला कोर्पोरेटर की आंखे हुई भीनी

माता की मृत्यु के बाद शिशुगृह में रखने की बात सामने आने पर महिला पार्षद ने रखी शिवांश को गोद लेने की बात

पिछले कुछ दिनों से गांधीनगर के पेथापुर में सड़क पर छोड़े गए बालक शिवांश का मामला काफी चर्चा में रहा है। शिवांश की माता के साथ संबंध बनाने के बाद सचिन दीक्षित नाम के शख्स ने शिवांश की माता की हत्या कर शिवांश को स्वामीनारायण गौशाला छोड़ दिया था। मासूम बालक को इस तरह से सड़क पर छोड़े जाने की घटना सामने आने से तुरंत ही घटनास्थल पर इलाके की महिला कोर्पोरेटर दीप्ति पटेल पहुंची थी और मासूम का ख्याल रखा था। ऐसे में जब सारा मामला सामने आने के बाद शिवांश को शिशु गृह में रखे जाने का निर्णय लिया गया, तो दीप्ति बेन की आंखो में भी आँसू आ गए। 
इस बारे में बात करते हुये पार्षद ने बताया कि जब उन्हें शिवांश के बारे में पता चला तो वह तुरंत ही अपने दोनों बालकों को घर पर ही छोडकर वहाँ दौड़े चले आए। जैसे ही दीप्तिबेन ने शिवांश को देखा उन्होंने तुरंत ही उसे सिने से लगा लिया और उसे शांत किया। इसके बाद पुलिस को जानकारी देने के बाद शिवांश को गांधीनगर सिविल अस्पताल ले जाया गया था। जहां वह, उनके पति और उनके मित्र मौजूद थे। 
दीप्तिबेन ने कहा कि शिवांश दूध पीने के बाद 10 बजे के आसपास सो जाता था, तो भी वह नहीं सो पाती थी। पहले दिन तो उनके साथ अन्य सात लोग पूरी रात जागे थे। हर दो घंटे में उसका डायपर बदलना पड़ता था। इसके अलावा बिना कुछ सोचे उन्होंने उसकी सफाई भी की थी। इस दौरान उन्होंने शिवांश का जन्मदिवस भी मनाया था। माता की मृत्यु के समाचार सामने आने के बाद शिशु को शिशुगृह में रखने का निर्णय लिया गया। यह सुनकर ही उनकी आंखे भी नम हो गई थी। 
पेथापुर में एक संयुक्त परिवार में रहने वाले दीप्तिबेन ने शिवांश को गोद लेने का प्रस्ताव भी रखा, जिसे उनके परिजनों ने पूरा समर्थन किया। हालांकि यह तय किया गया की यदि कोई विदेशी नागरिक शिवांश को गोद लेने के लिए आगे आया तो उसे ही शिवांश को सौंपा जाएगा।