गुजरात : निर्मल एवं संपूर्ण स्वच्छ रखना ही पूज्य बापू को सच्ची श्रद्धांजलि होगीः मुख्यमंत्री

गुजरात :  निर्मल एवं संपूर्ण स्वच्छ रखना ही पूज्य बापू को सच्ची श्रद्धांजलि होगीः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने पोरबंदर में गांधी जयंती पर पूज्य महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए

‘प्रधानमंत्री के नेतृत्व में शुरू हुए अमृत 2.0 और स्वच्छ भारत मिशन 2.0 में स्वच्छता और जल शक्ति के कार्यों के माध्यम से आगे रहेगा गुजरात
मुख्यमंत्री  भूपेंद्रभाई पटेल ने महात्मा गांधी की जन्मभूमि पोरबंदर स्थित उनके जन्म स्थल कीर्ति मंदिर में शनिवार को पूज्य बापू की 152वीं जयंती के अवसर पर आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया और विश्व विभूति महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सर्वधर्म प्रार्थना सभा में मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने गांधी वंदना करते हुए कहा कि ‘स्वच्छता में ईश्वर का वास होता है’ के गांधी जी के मंत्र को देशभर में साकार करने प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान चलाया और कल यानी 1 अक्टूबर को स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 तथा अटल कायाकल्प एवं शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत मिशन 2.0) की शुरुआत की है। अमृत मिशन 2.0 और स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0 के अंतर्गत स्वच्छता और जल सुरक्षा के कार्यों और सतत विकास के जरिए आगे रहते हुए गांधी का यह गुजरात नई ऊंचाइयां हासिल करेगा। 
गांधी जी के ग्रामोत्थान और स्वच्छता के मंत्र को सार्थक करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में स्वराज से सुराज की संकल्प सिद्धि का गुजरात के संदर्भ में जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वसमावेशक विकास यात्रा को आगे बढ़ाते हुए गुजरात में स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण के तहत सस्टेनेबल सैनिटेशन यानी सतत स्वच्छता, अपशिष्ट जल का उपचार, टिकाऊ ठोस कचरा प्रबंधन, क्षमता निर्माण तथा स्वच्छता को सहज स्वभाव बनाकर उसका एक जन आंदोलन के रूप में विस्तार किया जा रहा है। श्री पटेल ने आह्वान किया कि राज्य के सभी नागरिक स्वच्छता को सहज स्वभाव बनाकर स्वच्छ भारत अभियान के दूसरे चरण में भी गुजरात को आगे रखें। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के दूसरे चरण के अंतर्गत राज्य के सभी गांवों, नगरों और शहरों में 31 अक्टूबर तक ‘स्वच्छ भारत, सुंदर भारत’ अमृत 2.0 के तहत 31अमृत शहरों में भूमिगत सीवरेज योजना के कार्य और राज्य के सभी शहरों में जलापूर्ति के कार्य किए जाएंगे। 
‘अमृत 2.0 मिशन’ के अंतर्गत सभी शहरी स्थानीय निकायों के तहत आने वाले घरों को नल से जल मुहैया कराने, 31 अमृत शहरों में घरों को सीवेज-सेप्टेज कनेक्शन देने, जलाशय और कुओं के जीर्णोद्धार के अलावा जल सुरक्षा और शहरी योजना जैसे सुधार लागू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अमृत मिशन के अंतर्गत पहले चरण में गुजरात ने देशभर में तीसरे स्थान पर रहकर 2800 करोड़ रुपए के खर्च से 305 महत्वपूर्ण कार्य पूरे किए हैं। 31 शहरों में पीने का शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए 95 कार्य पूरे हुए हैं। इन कार्यों के परिणामस्वरूप 1 लाख 70 हजार घरों में नल कनेक्शन उपलब्ध कराए गए है। श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में स्वच्छ भारत मिशन और अमृत मिशन के पहले चरण को ज्वलंत सफलता मिली है। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी के स्वच्छता के विचार आज के परिप्रेक्ष्य में भी उतने ही प्रासंगिक हैं। इतना ही नहीं, यह दिवस आज के युवाओं और भविष्य की पीढ़ी को गांधी आचार-विचार के शाश्वत मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा देता है। गांधी जी ने ग्रामीण उत्थान, अंत्योदय विकास और अस्पृश्यता निवारण के जो रचनात्मक कार्य किए थे, उसे आज समरस समाज और सबका साथ, सबका विकास के संकल्प के साथ हमारे प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी साकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांधी जी के स्वच्छता के मंत्र को प्रधानमंत्री ने एक सामाजिक अभियान के तौर पर शुरू कर देशभर में जागरूकता पैदा करने का काम शुरू किया, जो देखते ही देखते विराट जन अभियान बन गया है। 
मुख्यमंत्री ने आगे कहा  कि गुजरात के सपूत नरेन्द्र मोदी ने ठीक सात साल पहले गांधी जी के जन्म दिन 2 अक्टूबर, 2014 को राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान छेड़कर स्वच्छता का पैगाम जन-जन तक पहुंचाया था। महात्मा गांधी ने स्वराज दिलाया और ग्रामोत्थान एवं दरिद्रनारायण के उत्थान के लिए हमें मार्ग दिखाया, तो प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने सुराज की यात्रा शुरू की है। 
महात्मा गांधी की जन्म भूमि पर उनकी 152वीं जयंती पर गांधी वंदना करने का अवसर मिलने पर स्वयं को सौभाग्यशाली मानते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्य, अहिंसा और स्वच्छता के विचार को आत्मसात कर हम बापू को सच्चे अर्थ में श्रद्धांजलि दें। 
श्री पटेल ने कहा कि अहिंसा के पुजारी पूज्य बापू कहते थे कि प्रार्थना ही इस दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति है। गांधी जी ने स्वयं जीवनभर प्रार्थना में विश्वास किया। प्रार्थना के माध्यम से गांधी विचार को, गांधी जी की भावना को हृदय में उतारने का गांधी जयंती एक अवसर है। सुदामापुरी पोरबंदर में जन्मे गांधी आज भी पूरी दुनिया में प्रासंगिक हैं। महात्मा गांधी जी के जन्म स्थल कीर्ति मंदिर में हर साल देश और दुनिया से आने वाले लाखों पर्यटक इस बात का प्रमाण हैं। मुख्यमंत्री ने गौरव के साथ इस बात का उल्लेख किया कि दुनियाभर के पर्यटकों को कीर्ति मंदिर के बारे में तमाम जानकारियां ऑनलाइन सुलभ कराने के लिए आज से कीर्ति मंदिर की वेबसाइट भी लॉन्च की जा रही है। 
उन्होंने कहा कि सामान्य जनता को जनता-जनार्दन के रूप में सच्ची पहचान देने की अद्भुत क्षमता गांधी जी के पास थी। आजादी का आंदोलन जन समाज की सक्रिय भूमिका के बगैर सफल नहीं हो सकता, इस बात से गांधी जी भली-भांति अवगत थे। इसलिए उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के हर एक अभियान के पीछे जनशक्ति को जोड़कर जुल्म और अत्याचार के खिलाफ भी अडिग रहने की आंतरिक ऊर्जा युवा, महिला, बच्चे और बुजुर्ग सभी में जगाई थी। महात्मा गांधी ताउम्र स्वच्छता के हिमायती रहे थे। 
इस अवसर पर कृषि मंत्री राघवजीभाई पटेल ने गांधी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि गांधी जी के जीवन से हमें प्रेरणा मिलती है। गांधी जी के अहिंसा के मार्ग पर न्याय दिलाने के सिद्धांतों का उल्लेख करते हुए उन्होंने गांधी विचारधारा को आत्मसात करने का अनुरोध किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री कीर्ति मंदिर में गांधी स्मृति घर और चरखा पॉइन्ट भी गए। उन्होंने पोरबंदर के कलक्टर अशोक शर्मा लिखित पुस्तक ‘मोहन से मोहन’ का विमोचन भी किया। 
पोरबंदर के सरकारी स्कूलों के शिक्षक व गायक कलाकारों ने गांधीजी के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने रे कहिए’ तथा विभिन्न प्रार्थनाओं की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने हवेली मंदिर का भी दर्शन किया। मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने क्लीन इंडिया के अंतर्गत पोरबंदर से स्वच्छता रैली को हर झंडी दिखाकर रवाना किया। 
सर्वधर्म प्रार्थना सभा में सांसद  रामभाई मोकरिया, सांसद  रमेशभाई धड़ुक, विधायक  बाबूभाई बोखारिया, जिला भाजपा अध्यक्ष  किरीटभाई मोढवाड़िया, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मंजूबेन कारावदरा, नगर पालिका अध्यक्ष  सरजुभाई कारिया, कलक्टर  अशोक शर्मा एवं रेंज आईजी सहित कई अधिकारी, अग्रणी और विद्यार्थी उपस्थित थे। 
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