सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत होने वाली गुजरात की पहली महिला जज बनी बेला त्रिवेदी

सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत होने वाली गुजरात की पहली महिला जज बनी बेला त्रिवेदी

गुजरात से जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस बेलाबेन त्रिवेदी को सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने की जज बनाने के लिए पदोन्नत

गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जसिस विक्रम नाथ और जस्टिस बेलाबेन त्रिवेदी को सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त करने की सिफ़ारिश की थी। सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम द्वारा की गई यह सिफ़ारिश केंद्र सरकार ने स्वीकार कर ली है। केंद्र सरकार द्वारा बेलाबेन के नाम की अनुमति मिलने के बाद जस्टिस बेलाबेन त्रिवेदी गुजरात की पहली महिला जज बनी है, जिसे सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति मिली है। 
गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विक्रम नाथ अलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति बने थे और इसके सितंबर 2019 से वह गुजरात के हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे। 26 अक्टूबर 2020 से उन्होंने अपने सभी केसों की सुनवाई की स्ट्रीमिंग यूट्यूब पर सुनवाई की थी। जस्टिस विक्रम नाथ ने अपने कार्यकाल में गुजरात हाईकोर्ट के सभी निर्णय और ऑर्डर को ओफिशियल वैबसाइट पर गुजराती भाषा में अपलोड करने के निर्देश दिये थे। इसके अलावा लवजिहाद की कई धाराओं पर भी उन्होंने रोक लगाई है। इसके अलावा चीफ जस्टिस विक्रमनाथ के कार्यकाल में गुजरात हाईकोर्ट ने एक ही दिन में 18 जिलों के 33 पासा के हुकम रद्द करने की अर्जी का निकाल किया था।
जस्टिस बेलाबेन त्रिवेदी की बात करे तो फरवरी 2011 से गुजरात हाईकोर्ट में वह न्यायमूर्ति के तौर पर कार्यरत है। जून 2011 में बेलाबेन त्रिवेदी का राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर बेंच में ट्रांसफर हुआ था। हालांकि इसके बाद फरवरी 2016 में एक बार फिर से उन्होंने गुजरात हाईकोर्ट में अपना कार्यभार फिर से सँभाला था। कोरोना महामारी के दौरान सरकार द्वारा किए सोगंधनामे पर उन्होंने कई कड़े सवाल किए थे। इसके अलावा म्यूकरमाइकोसिस के इलाज के लिए इंजेक्शन और रेमड़ेसिविर की कमी के लिए उन्होंने सरकार की काफी टीका भी की थी।
उल्लेखनीय है की सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम द्वारा सुप्रीम कोर्ट के जज के लिए तीन महिला जजों के नाम पर मोहर मारी थी। जिसमें उन्होंने तेलंगाना हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस हिमा कोहली, कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस बीवी नागरत्ना और गुजरात हाईकोर्ट के जस्टिस बेलाबेन त्रिवेदी का समावेश हुआ है।