सरकारी योजना बनी डेढ़ साल के विजू के लिए जीवनदान, अहमदाबाद में मिला नया जीवन

सरकारी योजना बनी डेढ़ साल के विजू के लिए जीवनदान, अहमदाबाद में मिला नया जीवन

हर साल 1 हजार से भी अधिक बालक करवाते है कार्डियाक सर्जरी, हर समय तैयार रहते है विशेषज्ञ डॉक्टर

जामनगर जिले के लालपुर तहसील के छोटे से गाँव सिंगच में रहने वाले नारणभाई परमार के ऊपर तब मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा, जब उन्हें पता चला की उनकी डेढ़ साल की मासूम बेटी विजू के दिल में छेद है। दिल के छेद की यह बीमारी इतनी गंभीर थी की यदि जल्द से जल्द इलाज नहीं किया जाता तो उसकी मौत हो जाती। पर गरीब परिवार के नारणभाई ऑपरेशन के लिए होने वाले खर्चे के बारे में सोच कर परेशान हो गए। हालांकि इस दौरान सरकार की एक योजना उनके लिउए वरदान बनकर सामने आई। 
ड्राइविंग का काम करने वाले नारणभाई ने कहा कि जन्म के दौरान विजू के पेट जैसा होता था। इसकी जांच करवाने के लिए वह उसे अस्पताल ले गए थे। जहां पता चला की उसके दिल में एक छेद है। निजी अस्पताल में जांच करवाने पर पता चला कि इसका खर्च चार लाख रुपए जितना होगा। इतनी बड़ी रकम सुनते ही उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। पर उनके रिश्तेदार ने उन्हें समजाया और उन्हें राष्ट्रीय बाल स्वास्थय कार्यक्रम के तहत कार्ड निकलवाने की सलाह दी। इस कार्ड के कारण उन्हें एक भी रुपया खर्च नहीं करना पड़ा और उनके आने जाने से लेकर यात्रा के भाड़े तक का पूरा खर्च इस कार्ड के तहत हुआ। 
नारणभाई ने कहा कि जामनगर आरोग्य विभाग से कार्ड बनवाने यू एन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डिओलोजी एंड रिसर्च सेंटर ने नारणभाई का संपर्क किया और उन्हें तुरंत ही विजू को एडमिट करने की सलाह दी। अस्पताल में एडमित होते ही मेडिकल रिपोर्ट से लेकर सभी प्रक्रिया शुरू कर दी गई। सबकुछ एकदम व्यवस्थित किया जा रहा था। बच्ची का यह ऑपरेशन सरकारी योजना के तहत बिना किसी खर्च के हो गया और विजू को एक नया जीवन मिल गया। जिसके चलते परिवार काफी खुश है। 
उल्लेखनीय है की हृदय की गंभीर बीमारी वाले तकरीबन 1 हजार से अधिक बालक हर साल यू एन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डिओलोजी एंड रिसर्च सेंटर आते है। जहां बाल रोग विशेषज्ञ और अन्य नर्सिंग स्टाफ सहित विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम दिन रात मरीजों की सेवा करने के लिए हमेशा तैयार रहते है।