गुजरात : आदिवासियों को मुख्यधारा में शामिल कर किया संतुलित और समुचित विकास : सीएम

गुजरात : आदिवासियों को मुख्यधारा में शामिल कर किया संतुलित और समुचित विकास : सीएम

मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिनभाई पटेल की सरकार के पांच वर्ष के जनसेवा यज्ञ के अनुष्ठान का नौवां दिन आदिवासी विकास को समर्पित

मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि पिछले पांच वर्ष में हमारी सरकार ने समाज के प्रत्येक वर्ग और प्रत्येक क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित कर गुजरात को उत्तम से सर्वोत्तम बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए हैं। मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री  नितिनभाई पटेल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के सुशासन के सफल पांच वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शुरू किए गए जनसेवा यज्ञ अनुष्ठान के नौवें दिन सोमवार को विश्व आदिवासी दिवस पर नर्मदा जिले के राजपीपला में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। 
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अंबाजी से उमरगाम तक पूर्वी पट्टी के आदिवासियों के सर्वांगीण विकास के लिए राज्य की 53 आदिवासी बहुल तहसीलों में 1700 करोड़ रुपए के 289 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के विकास की नींव मजबूत कर देश में विकास की राजनीति की शुरुआत कराई है। 
श्री रूपाणी ने कहा कि हमारी सरकार ने आदिवासी बंधुओं से झूठे वादे नहीं बल्कि वनबंधु कल्याण जैसी महत्वाकांक्षी योजना के ठोस कार्यान्वयन के जरिए आदिवासियों को मुख्यधारा में जोड़कर आदिवासी क्षेत्रों का संतुलित एवं समुचित विकास किया है। उन्होंने कहा कि वनबंधु कल्याण योजना के अंतर्गत गुजरात में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने आदिवासी समाज के सर्वांगीण विकास के लिए 90 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य शुरू कराए थे। गत पांच वर्ष में राज्य के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में किए गए 60 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वनबंधु कल्याण योजना के दूसरे चरण में आगामी पांच वर्ष के दौरान राज्य के आदिवासी क्षेत्रों में 1 लाख करोड़ रुपए के विकास कार्य शुरू किए जाएंगे। 
मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने राजपीपला के निकट जीतनगर में 341 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से 39 एकड़ क्षेत्र में निर्मित होने वाली बिरसा मुंडा ट्राइबल यूनिवर्सिटी का भूमिपूजन करने के साथ ही 480 करोड़ रुपए के खर्च से तैयार 199 विकास कार्यों का लोकार्पण तथा 1222 करोड़ रुपए के 90 कार्यों का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने हलपति तथा व्यक्तिगत आवास योजना, ऋण योजना, मानव गरिमा योजना, वन धन विकास योजना, कृषि किट वितरण योजना, वन अधिकार अधिनियम तथा सिकलसेल एवं टीबी के मरीजों को चिकित्सा सहायता योजना समेत कुल 23,000 से भी अधिक लाभार्थियों को 85 करोड़ रुपए तथा लगभग 5 लाख आदिवासी छात्रों प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत 80 करोड़ रुपए के लाभ वितरित किए। 
उन्होंने कहा कि वन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत आदिवासियों को जंगल की जमीन देने के 14 हजार दावों को मंजूर कर 46 हजार हेक्टेयर जमीन का अधिकार आदिवासियों को दिया है। आदिवासी युवा भी डॉक्टर बन सकें उसके लिए राज्य के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में पांच मेडिकल कॉलेज शुरू करने की मंजूरी भी दी गई है। राज्य सरकार द्वारा आदिवासी क्षेत्रों में किए गए आदिवासी कल्याण के विभिन्न विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी भी उन्होंने दी। आदिवासी बंधुओं को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने कहा कि वन एवं गिरि कंदराओं में बसे आदिवासियों का देश के स्वाधीनता आंदोलन में भी विशेष योगदान रहा है। स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी समाज के अनेक सपूतों की त्याग, समर्पण और बलिदान की यश गाथा आज हमें प्रेरणा देती है। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के आदिवासियों ने आजादी के आंदोलन में कभी पीठ नहीं दिखलाई है, चाहे सोमनाथ मंदिर की रक्षा हो या 1857 का स्वतंत्रता संग्राम हो। गुजरात के जंबुघोड़ा के वीर नायकों ने अंग्रेजों के खिलाफ 40 साल तक लड़ते हुए उनके दांत खट्टे किए थे। मानगढ़ में गोविंद गुरु की अगुआई में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए जलियांवाला बाग से भी अधिक 1500 आदिवासियों ने मातृभूमि और देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। 
श्री रूपाणी ने आदिवासी समाज के जन नायक बिरसा मुंडा द्वारा आदिवासियों को स्वतंत्रता संग्राम में जोड़कर देश की आजादी के लिए किए गए संघर्ष का स्मरण करते हुए विश्वास जताया कि उनके नाम के साथ गुजरात में ट्राइबल यूनिवर्सिटी शुरू हुई है जो आदिवासी युवाओं के भविष्य निर्माण में वरदान साबित होगी। 
आदिवासी विकास मंत्री  गणपतसिंह वसावा ने राज्य के अंबाजी से उमरगाम तक की पूर्वी पट्टी के 14 जिलों एवं 53 तहसीलों में बसे 90 लाख आदिवासियों को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आदिवासी समाज के लिए आज का दिन ऐतिहासिक एवं यादगार साबित होने वाला है। आदिवासी समाज के छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए राजपीपला में 39 एकड़ क्षेत्र में आदिवासियों के जन नायक बिरसा मुंडा के नाम पर ट्राइबल यूनिवर्सिटी का भूमिपूजन हुआ है। इसके चलते आदिवासी युवाओं को स्थानीय स्तर पर उच्च शिक्षा के अवसर उपलब्ध होंगे। 
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