गुजरातः राज्य की यूनिवर्सिटियों को वैश्विक स्तर पर मिलेगी विशिष्ट पहचानः मुख्यमंत्री

गुजरातः राज्य की यूनिवर्सिटियों को वैश्विक स्तर पर मिलेगी विशिष्ट पहचानः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में शिक्षा मंत्री सहित सात यूनिवर्सिटियों के कुलपतियों की हुई बैठक

गुजरात की सात यूनिवर्सिटियों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा देने की सैद्धांतिक मंजूरी देने का मुख्यमंत्री का निर्णय
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान दिलाने के आशय से गुजरात की सात प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटियों को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ का दर्जा देने की सैद्धांतिक मंजूरी देने का निर्णय किया है।
मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी की अध्यक्षता और शिक्षा मंत्री  भूपेन्द्रसिंह चूड़ास्मा, शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती विभावरीबेन दवे, उच्च शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती अंजू शर्मा की उपस्थिति में सोमवार को गांधीनगर में हुई शिक्षा विभाग की उच्चस्तरीय बैठक में गुजरात में कार्यरत निरमा यूनिवर्सिटी, चारूसेट यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद यूनिवर्सिटी, मारवाड़ी यूनिवर्सिटी, पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी (पीडीपीयू), सेंटर फॉर एनवायरनमेंट प्लानिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीईपीटी-सेप्ट) तथा धीरूभाई अंबानी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (डीएआईआईसीटी) को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ का दर्जा देने की सैद्धांतिक मंजूरी देने का निर्णय किया गया है। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सात यूनिवर्सिटियों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा मिलने से वैश्विक फलक पर अपना विशेष योगदान देने के लिए साथ मिलकर एक एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। इस निर्णय से यूनिवर्सिटियों में शिक्षा की गुणवत्ता में बढ़ोतरी होगी और उसका वैश्विक स्वरूप उभर सकेगा। इसके अलावा, इन यूनिवर्सिटियों में विद्यार्थी अनुकूल क्लास रूम, श्रेष्ठ फैकल्टीज, लेबोरेटरी, लाइब्रेरी और हॉस्टल जैसी विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाएं विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होंगी। 
उन्होंने कहा कि देश और विदेशों से विद्यार्थियों को गुजरात में उच्च शिक्षा के लिए आकर्षित करने के उद्देश्य से ‘स्टडी इन गुजरात’ अभियान भी शुरू किया गया है, जिस पर अधिक जोर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भरोसा जताया कि गुजरात की सात यूनिवर्सिटियां ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा जगत में अपना विशिष्ट स्थान बनाएंगी। इस निर्णय से गुजरात में उच्च शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार और स्टार्टअप को ज्यादा बल मिलेगा। यही नहीं, इससे वैश्विक स्तर पर शिक्षा के आदान-प्रदान का द्वार भी खुलेगा और शिक्षा के क्षेत्र में दुनिया की बेस्ट प्रैक्टीसेज अर्थात बेहतरीन कार्यप्रणाली का गुजरात के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। 
मुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री  भूपेन्द्रसिंह चूड़ास्मा की अध्यक्षता में इन सात यूनिवर्सिटियों के कुलपतियों की एक सप्ताह में बैठक आयोजित कर देश और दुनिया की शीर्ष दस यूनिवर्सिटियों का अध्ययन कर गुजरात में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के अंतर्गत एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। ये सात यूनिवर्सिटियां अपना एक्शन प्लान तैयार कर अगले दो सप्ताह में मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत करेंगी। बैठक में मुख्यमंत्री के सचिव अश्विनी कुमार तथा इन सात यूनिवर्सिटियों के कुलपतियों सहित शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने इस विषय को लेकर गहन विचार-विमर्श किया। 
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