गुजरात की सहायता के लिए आगे आया अमेरिका में बसने वाले गुजराती

गुजरात की सहायता के लिए आगे आया अमेरिका में बसने वाले गुजराती

विश्व ऊमीयाधाम द्वारा भेजे जाएँगे 1000 ओकिसजन कन्सेंट्रेटर

देश और गुजरात में कोरोना के सकारात्मक मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर लोगों के लिए बहुत घातक साबित हो रही है। महामारी के बीच राज्य के अधिकांश अस्पतालों में मरीजों को बेड मिलना भी बहुत मुश्किल हो गया है। कई अस्पतालों के बाहर तो भर्ती होने के इंतजार में मरीजों के खड़े होने के मामले भी सामने आए हैं। दूसरी ओर, राज्य में दवा और ऑक्सीजन की कमी है। यही कारण है कि आज लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ स्थानों पर तो ऐसे मामले सामने आए है जहां लोगों को ऑक्सीजन की बोतल मिलती है, लेकिन ऑक्सीजन की बोतल को स्थापित करने के लिए फ्लो मीटर नहीं मिलता है और यदि उन्हें फ्लो मीटर मिलता है, तो उन्हें बोतल नहीं मिलती है। ऐसे में अमेरिका में रहने वाले गुजराती मुसीबत में गुजरातियों की मदद के लिए आगे आए है। 
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo:IANS)
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका स्थित विश्व उमियाधाम गुजरात में रहने वाले लोगों की मदद के लिए आगे आई है। विश्व उमियाधाम यूएसए के ट्रस्टियों द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि वे गुजरात में ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करने की पूरी कोशिश करेंगे और वे गुजरात के लोगों के लिए 1000 ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर भेजेंगे। विश्व उमिया फाउंडेशन यूएसए के ट्रस्टियों के एक फैसले के बाद बुधवार, 5 मई को 100 ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर वाला एक कार्गो विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे पर भेजा गया। विश्व उमिया फाउंडेशन के ट्रस्टियों द्वारा कहा गया कि अमेरिकी सरकार के दिशानिर्देश के अनुसार हर हफ्ते ऐसे ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर भेजे जाएगे।
कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद से, विश्व उमिया फाउंडेशन यूएसए और कनाडा की टीम समुदाय की दुर्दशा को दूर करने के लिए दिन-रात काम कर रही है। ऑक्सीजन के मामले में विश्व उमिया फाउंडेशन यूएएस द्वारा प्रदान की गई सुविधा को सुविधाजनक बनाने के लिए संगठन 9 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने जा रहा है, लेकिन वे इसे गुजरात में मदद करने के लिए खर्च कर रहे हैं। बता दे की जो ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर अमेरिका से आए हैं, उन्हें पहले अहमदाबाद के जसपुर में विश्व उमिया मंदिर में ले जाया जाएगा और वहां उनकी पूजा की जाएगी। पूजन समारोह के पूरा होने के बाद ऑक्सीजन कन्सेंट्रेटर अलग-अलग शहरों में विभिन्न संस्थानो को दी जाएगी।