गुजरातः गरीब मरीजों की अमीरी, उपचार के बाद करते हैं दान

गुजरातः गरीब मरीजों की अमीरी, उपचार के बाद करते हैं दान

वासद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोविड केयर सेंटर में 100 से अधिक मरीज हुए स्वस्थ

जल्द ही ऑक्सीजन प्लांट कार्यरत होगा
संसद सदस्य और उनकी टीम निरंतर परिणाम लक्षीय सेवा में कार्यरत आणंद जिला का वासद नगर वडोदरा हाइवे पर स्थित घर-घर में खाये जाने वाली तुवर दाल (अरहर दाल) के उत्पादन के लिए विख्यात है। यहां गुजरात सरकार स्वास्थ्य विभाग संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हाल कोविड केयर सेंटर में  तब्दील किया गया है। वासद सामूहिक केन्द्र के कोविड केयर सेन्टर में 27-बेड की सुविधा है। गत 8 अप्रैल से आज तक 106 कोरोना संक्रमित रोगियों का इलाज किया गया है। जिसमें पांच मरीज ऐसे थे जो केवल वेंटिलेटर या रेमडेसिविर  इंजेक्शन हो तो ही जीये बावजूद इसके उस मरीज को डॉ. अमित ठक्कर, डॉ. हितेन्द्र चौहाण, डॉ. श्रुति वाघेला, डॉ. बीजल मोदी एवं तमाम नर्सिंग  स्टाफ की  सतर्कता भरी उपचार से उस मरीज को स्वस्थ कर छुट्टी भी दे दिया। 
डॉ अमित ठाकरे का कहना है कि जो मरीज यहां आते हैं वे बहुत ही खराब स्थिति में होते हैं जबकि कुछ दिनों के लिए हमारे उपचार की दोस्ती में ऐसे गरीब मरीजों की अमीरी भी हमें देखने को मिल रही है। ये मरीज ठीक होने पर दोनों हाथ जोड़कर डॉक्टरों और कर्मचारियों को नमन करना नहीं भूलते, हालांकि हम कहते हैं, यह हमारा कर्तव्य है, भगवान ने हमें यह काम दिया है और जब मरीज ठीक हो जाता है तो उनके चेहरे पर खुशी हमारे लिए बड़ा आशीर्वाद समान होता है।  यदि मरीजों की बात करी तो यहां उपचार लेकर स्वस्थ हुए गरीब मरीज डिस्चार्ज के बाद अपने पास से छोटी रकम स्वास्थ्य केन्द्र के लिए आग्रह पूर्वक दान देकर जाते हैं। वह दान हामरे लिए बड़ा दान है, यह है उनकी अमीरी। 
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को नकद दान करें, जो कुछ उपयोग किया जाता है उसका दान करें, यह सब पारदर्शी तरीके से प्रशासित किया जाता है। रोगी के लिए उपयोग की जाने वाली वस्तुएँ नकद प्राप्त होने वाले से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए सामान खरीदी जाती हैं। डॉ. अमित ठक्कर का कहना है कि सांसद मितेश भाई पटेल और उनकी टीम वासद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए जो भी आवश्यक है, उसकी व्यवस्था के लिए तत्पर रहते हैं। 
इस कोविड केयर केंद्र के मरीजों को न केवल सांसद से भोजन मिलता है, बल्कि ऑक्सीजन प्लांट भी जल्द ही यहां चालू हो जाएगा, जिसका सारा श्रेय सांसद  मितेश भाई पटेल को जाता है।
आमतौर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्तर पर इस तरह का कोविड देखभाल केंद्र होना संभव नहीं है, लेकिन यहां ऐसा हुआ है और यह सफल हो गया है और मरीज ठीक हो रहे हैं।
राज्य सरकार के ग्रामीण स्तर पर भी, सरकारी ड्यूटी पर डॉक्टर कम सुविधाओं में भी अच्छे परिणाम ला रहे हैं। आणंद जनरल अस्पताल के बाद, वासद सामुदायिक केंद्र भी प्रभावी सेवा प्रदान कर रहा है। वासद सीएचसी के तमाम चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ बधाई के पात्र हैं।