बेटी बनकर बहू करती है लकवाग्रस्त सास की देखभाल, पढ़िये सास-बहू के अनोखे रिश्ते की कहानी

बेटी बनकर बहू करती है लकवाग्रस्त सास की देखभाल, पढ़िये सास-बहू के अनोखे रिश्ते की कहानी

एक्सिडेंट में सास उर्मिलाबेन हो गई थी लकवाग्रस्त, दिन-रात बहू करती है सेवा

आज के कलियुग में ऐसे कई किस्से सामने आते है जब पुत्र ने माता को घर से बाहर निकाल दिया हो या बहू ने अपनी सास को प्रताड़ित कर और पिटाई कर घर से बाहर निकाल दिया हो। पर आज हम एक ऐसी बहू की बात करने जा रहे है जो कलियुग में भी श्रवण बनकर अपनी सास की सेवा कर रही है। बहू के इस निस्वार्थ सेवा भाव से प्रभावित होकर कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा उनका सम्मान भी किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, नडियाद की परमेश्वर सोसाइटी में सुमन पटेल अपने परिवार के साथ रहते है। एक दिन सुमन जब अपनी पत्नी उर्मिला पटेल को स्कूटर पर बैठा कर जा रहे थे तब उनका एक्सिडेंट हुआ था। जिसमें उर्मिला पटेल को काफी चोट आई थी और वह लकवाग्रस्त हो गई थी। पाँच साल पहले हुई इस घटना के बाद घर की सारी ज़िम्मेदारी घर की बहू बंसरी पटेल पर आ गई। 
पाँच सालों से नहीं गई मायके
बंसरी ने भी बिना कुछ सोचे घर की और अपने सास की ज़िम्मेदारी अपने कंधे उठा ली। यहाँ तक की पिछले पाँच साल में बंसरी एक बार भी अपने मायके तक नहीं गई। कई बार बंसरी के ससुर सुमन ने अपनी बहू को मायके जाने के लिए भी कहा। पर बंसरी कहती की मात्र एक स्त्री ही स्त्री की वेदना को समज सकती है। यदि वह मायके चली गई तो घर पर सास का ख्याल कौन रखेगा।
कई सामाजिक संस्थाओ द्वारा बंसरी की इस निस्वार्थ सेवा भावना की कदर की गई है। कुछ समय पहले ही पिपलग समाज की वाडी में चरोतर मोटी सत्तावीस लेउआ पाटीदार समाज द्वारा भी बंसरी का सम्मान किया गया था। 
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