सूरत : कोरोना के बाद बंद पड़ा नेशनल बुक फेयर फिर लौटेगा, जनवरी में आयोजन का प्रस्ताव
सूरत। कोरोना काल के बाद से बंद पड़े सूरत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के नेशनल बुक फेयर को लेकर आखिरकार तस्वीर साफ होती नजर आ रही है। सूरत के महापौर दक्षेश मावाणी ने नगर निगम प्रशासन को एक प्रस्ताव सौंपते हुए जनवरी 2026 में अठवा ज़ोन क्षेत्र में नेशनल बुक फेयर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।
प्रस्ताव के अनुसार, बुक फेयर के साथ-साथ नेशनल हॉर्टिकल्चर एवं हर्बल फेयर, फ्लावर शो, शिल्प ग्राम फेयर और फूड फेस्टिवल भी आयोजित किए जाएंगे। इस बार आयोजन को और आकर्षक बनाने के लिए फूड फेस्टिवल को भी विशेष रूप से शामिल किया गया है।
सूरत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन वर्ष 2000 से शहरवासियों की पढ़ने की रुचि को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बुक फेयर आयोजित करता आ रहा है। समय के साथ इसमें नेशनल हॉर्टिकल्चर हर्बल फेयर, फ्लावर शो और शिल्प ग्राम फेयर भी जुड़ते गए। यह बुक फेयर न केवल सूरत, बल्कि संपूर्ण साउथ गुजरात के पुस्तक प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन बन गया था।
कोरोना से पहले इस बुक फेयर में करीब 10 लाख से अधिक विज़िटर आते थे।कोरोना महामारी के बाद यह आयोजन बंद हो गया था। पिछले वर्ष मई में AC डोम में बुक फेयर आयोजित करने की योजना बनी थी, लेकिन वह भी रद्द कर दी गई, जिससे आयोजन को लेकर लगातार असमंजस बना हुआ था। अब नगर निगम के चुने हुए प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त होने से पहले बुक फेयर आयोजित करने की दिशा में ठोस कदम उठाया गया है।
महापौर द्वारा आयुक्त कार्यालय को भेजे गए प्रस्ताव में उल्लेख किया गया है कि जनवरी 2026 में अठवा ज़ोन के सहयोग से यह आयोजन किया जाएगा, जिसमें पढ़ने-लिखने और प्रकृति प्रेमी नागरिकों को केंद्र में रखा जाएगा।
इसके अलावा, इस वर्ष बुक फेयर के साथ फूड फेस्टिवल को भी जोड़ा जाएगा। स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन ने सुझाव दिया है कि सूरत में रहने वाले विभिन्न राज्यों के लोगों की पहचान से जुड़े व्यंजनों को फूड फेस्टिवल में शामिल किया जाए, ताकि बुक फेयर में आने वाले लोगों को एक ही स्थान पर किताबों के साथ-साथ देश के अलग-अलग राज्यों के स्वाद का अनुभव भी मिल सके।
