टेस्ट की मेजबानी करके गुवाहाटी ने क्रिकेट के पारंपरिक प्रारूप में पूर्वोत्तर की मौजूदगी दर्ज कराई

टेस्ट की मेजबानी करके गुवाहाटी ने क्रिकेट के पारंपरिक प्रारूप में पूर्वोत्तर की मौजूदगी दर्ज कराई

गुवाहाटी, 21 नवंबर (भाषा) असम का सबसे बड़ा शहर गुवाहाटी शनिवार को देश के सबसे नये टेस्ट स्टेडियम के रूप में पदार्पण करेगा जब भारत का सामना दूसरे और आखिरी टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका से होगा ।

पूर्वोत्तर के एकमात्र क्रिकेट आयोजन स्थल गुवाहाटी को ‘ पूर्वोत्तर का द्वार’ भी कहा जाता है । इस शहर में इस साल की शुरूआत में पहली बार आईसीसी विश्व कप के मैच खेले गए थे ।

बरसापारा स्टेडियम में पारपंरिक लाल गेंद के क्रिकेट के आयोजन को लेकर आयोजकों, प्रशंसकों, पत्रकारों और आम जनता में काफी रोमांच है ।

असम के पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर और बीसीसीआई सचिव देवाजीत सैकिंया ने पीटीआई से कहा ,‘‘ यह हमारे लिये ऐतिहासिक दिन होगा । टेस्ट वेन्यू के तौर पर पहचान मिलना हर क्रिकेटप्रेमी क्षेत्र का सपना होता है । यह कल पूरा होने जा रहा है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ गुवाहाटी में 1983 से वनडे हो रहे हैं । विश्व कप मैच भी आईसीसी महिला विश्व कप के दौरान हुए । इतने साल में मैचों की सफल मेजबानी और आला दर्जे की सुविधाओं के कारण गुवाहाटी को यह गर्व का पल मिल सका ।’’

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच पहले नेहरू स्टेडियम में खेले जाते थे और एसीए ने 2017 में बरसापारा में केंद्र बनाया ।

मैच सुबह जल्दी सूर्योदय के कारण 9 . 30 की बजाय नौ बजे शुरू होंगे । इसमें लंच और चाय ब्रेक के समय भी बदले जायेंगे ।’’

सत्तर और अस्सी के दशक में असम के लिये खेल चुके क्रिकेटर बिमल भराली ने कहा ,‘‘ हमारे समय में तो यह सोच भी नहीं सकते थे कि गुवाहाटी में टेस्ट मैच होंगे । सुविधायें साधारण थी । अब यह देखकर अच्छा लग रहा है कि टी20 या वनडे ही नहीं , हमारे शहर में टेस्ट मैच भी हो रहे हैं ।’’

शहर के पत्रकार अब्दुल गनी ने कहा ,‘‘ गुवाहाटी भारत का 30वां टेस्ट केंद्र बन गया है । खेल पत्रकार होने के नाते यह गर्व का पल है कि हम क्रिकेट के सबसे पुराने प्रारूप की लाइव रिर्पोर्टिंग कर सकेंगे ।’’