बुमराह की धारदार गेंदबाजी के बाद भारतीय बल्लेबाजों की सतर्क शुरुआत
कोलकाता, 14 नवंबर (भाषा) जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से दक्षिण अफ्रीका की पारी को 159 रन पर समेटने के बाद भारतीय टीम ने दो मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट के शुरुआती दिन शुक्रवार को यहां अपनी पहली पारी में एक विकेट पर 37 रन बनाकर साथ अपनी स्थिति मजबूत कर ली।
अपना 51वां टेस्ट खेल रहे बुमराह ने पारी में 16वीं बार पांच विकेट झटक कर दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को क्रीज पर ज्यादा समय बिताने का मौका नहीं दिया। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के सर्वोच्च स्कोरर एडेन मारक्रम (31) और रियान रिकेलटन (23) को चलता कर शुरुआती झटके देने के बाद शानदार लय में चल रहे टोनी डि जोर्जी (24) को पगबाधा किया।
बुमराह ने चाय के विश्राम के बाद साइमन हार्मर (पांच) और केशव महाराज को पवेलियन की राह दिखाकर अपने पांच विकेट पूरे किये।
बुमराह को कुलदीप यादव (36 रन पर दो विकेट) और मोहम्मद सिराज (47 रन पर दो विकेट) को अच्छा साथ मिला जबकि अक्षर पटेल (21 रन पर एक विकेट) ने भी एक सफलता हासिल की।
भारतीय बल्लेबाजों ने इसके बाद बेहद सतर्क शुरुआत की। टीम ने खराब रोशनी के कारण जल्दी खेल खत्म होने तक 20 ओवर में एक विकेट पर 37 रन बनाये।
भारत पहली पारी में अभी 122 रन पीछे है और क्रीज पर लोकेश राहुल (13) के साथ वाशिंगटन सुंदर (छह) मौजूद है।
भारत को इकलौता झटका यशस्वी जायसवाल के आउट होने से लगा जो मार्को यानसन की ऑफ स्टंप के करीब की गेंद को कट करने की कोशिश में विकेटों पर खेल गये।
जायसवाल ने अपनी पारी की 16वीं गेंद पर यानसन के खिलाफ चौके के साथ खाता खोलने के बाद मुल्डर की गेंद को भी बाउंड्री के दर्शन कराये। उनकी पारी हालांकि लंबी नहीं चली।
दूसरे छोर से पारी की शुरुआत में अति रक्षात्मक रवैया अपनाने वाले लोकेश राहुल ने मुल्डर के खिलाफ कवर और मिड ऑफ के बीच शानदार ड्राइव से चौका बटोरा।
दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों ने भी शानदार लाइन लेंथ से गेंदबाजी की और भारतीय बल्लेबाजों को हाथ खोलने का मौका नहीं दिया।
केशव महाराज ने अपनी स्पिन गेंदबाजी से लोकेश राहुल को थोड़ा परेशान किया और गेंद कुछ मौकों पर उनके बल्ले और विकेट के बेहद करीब से निकली यही हाल तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी के लिए आये वाशिंगटन का भी रहा लेकिन दोनों बल्लेबाज अपना विकेट बचाने में सफल रहे।
दक्षिण अफ्रीका ने इससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया और मारक्रम ने रिकेलटन के साथ टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई।
मारक्रम को खाता खोलने में 23 गेंद लग गये लेकिन उन्होंने शानदार स्ट्रेट ड्राइव और कवर ड्राइव के साथ रन बनाने की शुरुआत की और फिर अक्षर पटेल के खिलाफ बैकवर्ड पॉइंट के ऊपर से शानदार लेट कट खेला।
उन्होंने इस वामहस्त गेंदबाज के खिलाफ कलाई का इस्तेमाल करते हुए मिड-विकेट पर शानदार छक्का जड़ा। दूसरी तरफ रियान रिकेलटन ने 22 गेंदों पर चार चौकों और 23 रन की आक्रामक पारी के साथ भारत परेशान करना शुरू कर दिया था।
बुमराह ने रिकेलटन आउट करके 57 रन की साझेदारी को तोड़ भारत को पहली सफलता दिलाई। उनका अगला ओवर और कमाल का रहा। उन्होंने शॉट गेंद ने तेजी से उछाल ली जिससे सामंजस्य बिठाने का मारक्रम को समय नहीं मिला और गेंद उनके दस्तानों से टकरा कर चोट से उबर कर टीम में वापसी कर रहे विकेटकीपर ऋषभ पंत के दस्तानों में चली गयी।
बुमराह ने इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा को भी परेशान किया लेकिन उनका शिकार कुलदीप यादव ने किया।
कुलदीप की स्पिन लेते गेंद ने उनके बल्ले का अंदरुनी किनारा लिया और लेग स्लिप में ध्रुव जुरेल ने शानदार कैच लपक कर बावुमा की तीन रन की पारी का अंत किया।
शानदार लय में चल रहे डि जोर्जी और मुल्डर ने संभल कर खेलते हुए टीम की वापसी की कोशिश की लेकिन दिन के दूसरे सत्र में कुलदीप के खिलाफ रिवर्स स्वीप की कोशिश में मुल्डर पगबाधा हो गये। बुमराह ने डि जोर्जी को आउट कर दक्षिण अफ्रीका को बड़ा झटका दिया।
शुरुआती छह ओवरों में 34 रन लुटाने वाले सिराज ने अपने 10वें ओवर में शानदार दोहरी सफलता के साथ दक्षिण अफ्रीका के निचले मध्यक्रम को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने चार गेंदों के अंतराल में काइल वेरेने (16) और यानसन (शून्य) को आउट किया।
चाय के विश्राम से एक गेंद पहले अक्षर पटेल ने कॉर्बिन बॉश (तीन) को पगबाधा किया तो वहीं बुमराह ने तीसरे सत्र की शुरुआत में दो विकेट के साथ औपचारिकता पूरी की।
इससे पहले भारतीय टीम ने 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर में खेले गये टेस्ट के बाद पहली बार पहली बार चार स्पिनरों को मैदान में उतारा।
इसके उलट दक्षिण अफ्रीका ने सिर्फ दो स्पिनरों को एकादश में शामिल किया। टीम को कैगिसो रबाडा के चोटिल होने से झटका लगा और उनकी जगह तेज गेंदबाज बॉश को मौका मिला।
