मंधाना आईसीसी की महीने की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के लिए नामांकित
दुबई, छह नवंबर (भाषा) भारत की शीर्ष क्रम की करिश्माई बल्लेबाज स्मृति मंधाना को वनडे विश्व कप के दौरान दिखाए गए प्रदर्शन के लिए आईसीसी के अक्टूबर के महीने की सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी के पुरस्कार लिए नामांकित किया गया।
भारत ने रविवार को नवी मुंबई में आईसीसी वनडे विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर महिला क्रिकेट में अपना पहला वैश्विक खिताब जीतकर इतिहास रचा।
भारतीय उप-कप्तान मंधाना दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ट और ऑस्ट्रेलिया की आक्रामक बल्लेबाज एशले गार्डनर के साथ इस सम्मान के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी।
मंधाना ने शीर्ष क्रम में भारतीय बल्लेबाजी का नेतृत्व किया और विश्व कप के दौरान सलामी बल्लेबाज प्रतिका रावल के साथ कई बेहतरीन साझेदारियां निभाईं।
मंधाना (29 वर्ष) की शुरुआत हालांकि धीमी रही लेकिन उन्होंने सात बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 80 रन की और फिर इंग्लैंड के खिलाफ 88 रन की आक्रामक पारी खेली।
भारतीय टीम को हालांकि दोनों मैच में हार मिली लेकिन वह लय में दिखीं। वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ ‘करो या मरो’ के मुकाबले में मंधाना ने चुनौती का डटकर सामना किया जिसमें उन्होंने 109 रन की शानदार पारी खेलने के साथ प्रतिका के साथ 212 रन की मैच विजयी साझेदारी भी की।
मंधाना ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में 45 रन बनाकर टीम को अच्छी शुरुआत कराई और शेफाली वर्मा के साथ शतकीय साझेदारी निभाई।
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान वोल्वार्ट ने टूर्नामेंट पहले मैच में इंग्लैंड से मिली 10 विकेट की शर्मनाक हार से उबारकर टीम को खिताबी मुकाबले तक पहुंचाया।
वोल्वार्ट ने लीग चरण में भारत के खिलाफ 70 रन की पारी खेलकर निर्णायक भूमिका निभाई। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका की इस दिग्गज ने श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ अर्धशतक जड़े जिससे टीम नॉक-आउट दौर में पहुंची।
सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ वोल्वार्ट ने 169 रन की पारी खेलकर क्रिकेट विश्व कप की सबसे बेहतरीन पारी खेली। वोल्वार्ट ने फाइनल में भी 101 रन की शतकीय पारी खेली लेकिन भारत के हरफनमौला प्रदर्शन ने दक्षिण अफ्रीका की पहली बार विश्व खिताब जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
ऑस्ट्रेलिया की गार्डनर ने लगभग हर मैच में शानदार योगदान दिया। उन्होंने न्यूजीलैंड (115) और इंग्लैंड (नाबाद 104) के खिलाफ जीत के दौरान शतक जड़े। उन्होंने सात विकेट भी हासिल किए जिसने दिखाया कि वह गेंदबाजी में भी काफी उपयोगी हैं।
