सूरत : 'अनावश्यक सरकारी खर्च रोककर किसानों को कर्जमुक्त करें', भाजपा विधायक कुमार कानानी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
बेमौसम बारिश से किसानों की दयनीय स्थिति पर वकालत; मितव्ययिता अपनाकर अन्नदाताओं को कर्जमुक्त करने की मांग
सूरत। गुजरात में बेमौसम बारिश के कारण किसानों की बिगड़ती आर्थिक स्थिति के बीच, सूरत के वराछा क्षेत्र से भाजपा विधायक कुमार कानानी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को एक अत्यंत महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी पत्र लिखा है।
उन्होंने न केवल किसानों के लिए मुआवजे की वकालत की है, बल्कि राज्य के सभी किसानों को पूरी तरह से कर्जमुक्त करने और इसके लिए अनावश्यक सरकारी परियोजनाओं पर होने वाले खर्च को रोकने की मांग की है।
विधायक कनानी ने अपने पत्र में स्पष्ट रूप से कहा है कि बदलते परिवेश के कारण कृषि को बार-बार भारी नुकसान हो रहा है, जिसकी भरपाई सरकारी सहायता से नहीं हो पाती है। उन्होंने अन्नदाता की गंभीर स्थिति की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि "किसान तन-मन-धन से कर्जदार होते जा रहे हैं" और ऐसी स्थिति में सरकार को किसानों को सहारा देने के लिए हमेशा के लिए कर्ज माफ करने पर विचार करना चाहिए।
ऋण मुक्ति के लिए सुझाया तरीका कुमार कानानी ने यह भी सुझाव दिया है कि किसानों की ऋण मुक्ति के लिए धनराशि कहाँ से जुटाई जा सकती है।
उन्होंने सरकार से प्रशासन में 'मितव्ययिता' बरतने की अपील की है।
उन्होंने लिखा है कि अनावश्यक परियोजना कार्यों या सरकारी खर्चों को रोककर, मितव्ययिता अपनाकर और उस धनराशि को किसानों को देकर ऋण मुक्ति प्राप्त की जा सकती है।
उनके इस सुझाव का सीधा अर्थ है कि कम महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर खर्चों में कटौती करके उस धन का उपयोग सीधे किसानों को आर्थिक राहत देने में किया जाए, जिससे किसान चिंतामुक्त होकर फिर से उत्साह से खेती करने लगेगा।
खाद्यान्न संकट की चेतावनी विधायक कनानी ने चेतावनी दी है कि यदि इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो इसके गंभीर सामाजिक परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि "किसान खेती से दूर भाग जाएगा।" उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि किसान खेती छोड़ देंगे, तो खाद्यान्न की बड़ी समस्या उत्पन्न हो जाएगी, जो राज्य और देश की अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक सिद्ध होगी।
