महाराजा चार्ल्स के भाई एंड्रयू ने राजकुमार की उपाधि गंवाई, शाही आवास से भी बाहर निकलेंगे
लंदन, 31 अक्टूबर (भाषा) महाराजा चार्ल्स तृतीय के विवादों में घिरे भाई एंड्रयू को आधिकारिक ‘रोल ऑफ द पीरेज’ से शुक्रवार को बाहर कर दिया गया, जिससे उन्होंने न सिर्फ अपनी राजकुमार की उपाधि गंवा दी, बल्कि उन्हें विंडसर कैसल एस्टेट स्थित भव्य शाही आवास ‘रॉयल लॉज’ भी छोड़ना पड़ेगा। बकिंघम पैलेस (ब्रिटेन का शाही महल) ने यह जानकारी दी।
‘रोल ऑफ द पीरेज’ एक सार्वजनिक रिकॉर्ड है, जिसमें इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, आयरलैंड, ब्रिटेन और यूनाइटेड किंगडम के शाही घराने के सदस्य पंजीकृत होते हैं।
महाराजा चार्ल्स ने एंड्रयू से सभी शाही उपाधियां और सम्मान वापस लेने की प्रक्रिया बृहस्पतिवार शाम को शुरू कर दी। इससे कुछ दिन पहले एंड्रयू ने यौन अपराधों में दोषी ठहराए गए जेफ्री एप्स्टीन से अपने संबंधों को लेकर “लगातार लगाए जा रहे आरोपों” के बीच ‘ड्यूक ऑफ यॉर्क’ सहित अन्य सभी शाही उपाधियां और सम्मान खुद ही त्याग देने की घोषणा की थी।
हालांकि, यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा था, क्योंकि ब्रिटिश सांसदों ने एंड्रयू के भव्य शाही आवास और रहन-सहन पर खर्च की जाने वाली भारी-भरकम धनराशि के मुद्दे पर बहस करने का असामान्य कदम उठाया।
बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा, “महामहिम ने आज प्रिंस एंड्रयू की शाही उपाधियों और सम्मान को वापस लेने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू कर दी।”
बयान के मुताबिक, “प्रिंस एंड्रयू अब ‘एंड्रयू माउंटबैटन विंडसर’ के नाम से जाने जाएंगे। ‘रॉयल लॉज’ के उनके पट्टे ने अब तक उन्हें वहां निवास जारी रखने के लिए कानूनी सुरक्षा प्रदान की थी। अब पट्टा वापस करने के लिए औपचारिक नोटिस दे दिया गया है और वह वैकल्पिक निजी आवास में स्थानांतरित हो जाएंगे।”
बयान में कहा गया है कि ये कदम आवश्यक हैं, क्योंकि एंड्रयू अब भी अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार कर रहे हैं।
इसमें कहा गया, “महामहिम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि उनकी सहानुभूति और संवेदनाएं किसी भी तरह के दुर्व्यवहार के शिकार लोगों के साथ रही हैं और हमेशा रहेंगी।”
एंड्रयू से सभी शाही उपाधियां और सम्मान वापस लेने की प्रक्रिया के तहत महाराजा चार्ल्स ने लॉर्ड चांसलर (ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी) को शाही वारंट भेजा, ताकि संसदीय दखल की आवश्यकता के बिना इस कदम को आधिकारिक शक्ल देने के लिए जरूरी सरकार की मंजूरी ली जा सके।
एंड्रयू से जो शाही उपाधियां और सम्मान वापस लिए जाएंगे, उनमें राजकुमार, ड्यूक ऑफ यॉर्क, अर्ल ऑफ इनवर्नेस, बैरन किलीलेघ, ‘हिज रॉयल हाइनेस’, ऑर्डर ऑफ द गार्टर और नाइट ग्रैंड क्रॉस ऑफ द विक्टोरियन ऑर्डर शामिल हैं।
शाही महल के सूत्रों के मुताबिक, एंड्रयू 30 कमरों वाले अपने शाही आवास को ‘जल्द से जल्द’ खाली करके महाराजा के निजी आवास ‘सैंड्रिंघम एस्टेट’ की एक संपत्ति में स्थानांतरित हो जाएंगे, जिसे चार्ल्स “निजी रूप से वित्त पोषित” करेंगे।
एंड्रयू के खिलाफ कार्रवाई वर्जीनिया ज्यूफ्रे की मरणोपरांत प्रकाशित आत्मकथा ‘नोबॉडीज गर्ल’ के जारी होने के बाद की गई है। इस किताब में ज्यूफ्रे ने जेफ्री एप्स्टीन और गिसलेन मैक्सवेल के लिए दो साल तक “यौन दास” के रूप में बिताए गए अपने जीवन का विस्तृत विवरण दिया है।
आत्मकथा में ज्यूफ्रे ने लिखा, “एप्स्टीन और उसके सहयोगियों के कृत्य सबके सामने थे, फिर भी लोगों ने आंखें मूंद रखी थीं।”
ज्यूफ्रे ने इस साल अप्रैल में पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के अपने फार्महाउस में आत्महत्या कर ली थी।
उन्होंने कुछ वर्ष पहले एंड्रयू पर आरोप लगाया था कि वह जब 17 साल की थीं, जब ब्रिटिश राजकुमार ने तीन मौकों पर उनका यौन उत्पीड़न किया था। हालांकि, एंड्रयू ने इन आरोपों को लगातार खारिज किया।
ज्यूफ्रे के परिजनों ने अपने ताजा बयान में कहा, “वह (ज्यूफ्रे) अब हमारे बीच नहीं है, लेकिन उसने सुनिश्चित किया कि यह लड़ाई उसके बाद भी जारी रहे और अपनी सच्चाई एवं असाधारण साहस के जरिये उसने एक ब्रिटिश राजकुमार को अर्श से फर्श पर ला दिया।”

 
   
         