अहमदाबाद : अंगदान जन-जागरूकता अभियान के तहत डॉक्टरों-नर्सों ने ली अंगदान की शपथ
‘अंगदान ही जीवनदान है’ के संदेश के साथ अंगदान को जन आंदोलन बनाने का संकल्प
अहमदाबाद। सिविल अस्पताल में अंगदान जन-जागरूकता अभियान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों ने सामूहिक रूप से अंगदान की शपथ ली। कार्यक्रम का मुख्य संदेश था—“अंगदान ही जीवनदान है” और इसे जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाने की प्रेरणा दी गई।
इस अवसर पर असारवा विधायक दर्शनाबेन वाघेला और लिंबायत विधायक संगीताबेन पाटिल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। विधायक वाघेला ने कहा कि अहमदाबाद सिविल अस्पताल अंगदान के क्षेत्र में देशभर में एक परिवार की तरह कार्य कर रहा है और ख्याति प्राप्त कर रहा है। वहीं विधायक पाटिल ने कहा कि ब्रेन डेड मामलों में अंगदान अत्यंत आवश्यक है और इसे व्यापक जन आंदोलन बनाने की जरूरत है।
कार्यक्रम के दौरान जानकारी दी गई कि अहमदाबाद सिविल अस्पताल में अब तक 212 ब्रेन डेड मरीजों से अंगदान हुआ है, जिसके माध्यम से 700 से अधिक लोगों को नया जीवन मिला है। केवल पिछले वर्ष में ही 77 ब्रेन डेड मरीजों के अंगदान से 200 से अधिक लोगों को लाभ मिला।
इस मौके पर सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी, गुजरात नर्सिंग काउंसिल की रजिस्ट्रार डॉ. प्रज्ञाबेन डाभी, उपाध्यक्ष इकबाल कड़ीवाला, नगरसेवक, नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य, प्रोफेसर और बड़ी संख्या में डॉक्टर-नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहे। कार्यक्रम में 350 से अधिक नर्सिंग स्टाफ, सफाई कर्मचारी और छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और अंगदान के महत्व को अपनाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में अंगदान चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक दिलीपभाई देशमुख के मार्गदर्शन और प्राणभाई मोदी की उपस्थिति में अंगदान महादान अभियान को बल मिला। इस दौरान अंगदान जागरूकता से जुड़े नारे वाले छाते भी उपस्थित लोगों को दिखाए गए।
कार्यक्रम का संचालन गुजरात नर्सिंग काउंसिल द्वारा किया गया और सभी अतिथियों ने मिलकर संदेश दिया कि अंगदान समाज के लिए सबसे बड़ा योगदान है, जो असंख्य ज़िंदगियों को बचाने में सहायक बन सकता है।