अर्बन कंपनी, बोट समेत 13 कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी मिली
नयी दिल्ली, दो सितंबर (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने अर्बन कंपनी और बोट ब्रांड का संचालन करने वाली कंपनी इमेजिन मार्केटिंग समेत 13 कंपनियों को अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की मंजूरी दे दी है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक सूचना में कहा कि आईपीओ लाने की मंजूरी पाने वाली कंपनियों में जूनिपर ग्रीन एनर्जी, जैन रिसोर्स रिसाइक्लिंग, मौरी टेक, रावी इन्फ्राबिल्ड प्रोजेक्ट्स, पेस डिजिटेक, ओम्निटेक इंजीनियरिंग, कोरोना रेमेडीज, केएसएच इंटरनेशनल, ऑलकैम लाइफसाइंस, प्रॉयरिटी ज्वेल्स और ओम फ्रेट फॉरवर्डर्स भी शामिल हैं।
इन कंपनियों ने इस साल मार्च से जून के बीच अपने निर्गम के लिए सेबी के समक्ष दस्तावेज दाखिल किए थे। इन कंपनियों को एक से 29 अगस्त के बीच सेबी से मंजूरी पत्र मिला है।
मर्चेंट बैंकर का कहना है कि इन 13 कंपनियों के आईपीओ से 15,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि जुटाने की उम्मीद है। इस राशि का उपयोग कंपनियों के विस्तार, कर्ज अदायगी और मौजूदा शेयरधारकों को निकासी अवसर उपलब्ध कराने के लिए किया जाएगा।
घरेलू देखभाल एवं सौंदर्य सेवाएं उपलब्ध कराने वाली अर्बन कंपनी की आईपीओ के जरिये करीब 1,900 करोड़ रुपये और इमेजिन मार्केटिंग की लगभग 2,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।
नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की कंपनी जूनिपर ग्रीन एनर्जी का लक्ष्य 3,000 करोड़ रुपये और जैन रिसोर्स रिसाइक्लिंग का लक्ष्य 2,000 करोड़ रुपये जुटाने का है।
मौरी टेक की भी आईपीओ के जरिये 1,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। वहीं निर्माण कंपनी रावी इन्फ्राबिल्ड की 1,100 करोड़ रुपये और पेस डिजिटेक की 900 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।
ओम्निटेक इंजीनियरिंग की 850 करोड़ रुपये, कोरोना रेमेडीज की 800 करोड़ रुपये और केएसएच इंटरनेशनल की 745 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।
इनके अलावा ऑलकेम लाइफसाइंस, प्रॉयरिटी ज्वेल्स, ओम फ्रेट फारवर्डर्स भी अपने आईपीओ लाने की तैयारी में हैं। इन सभी कंपनियों के शेयर बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध किए जाएंगे।