सूरत के 'पाकिस्तानी मोहल्ला' का नाम बदलकर 'हिंदुस्तानी मोहल्ला' रखा गया
विधायक पूर्णेश मोदी ने किया नामकरण; स्थानीय लोगों के आधार कार्ड और दस्तावेजों में भी होगा बदलाव
सूरत। स्वतंत्रता दिवस से पहले सूरत के रामनगर इलाके में एक लंबे समय से चली आ रही माँग पूरी हो गई है। यहाँ के एक मोहल्ले का नाम, जिसे अब तक 'पाकिस्तानी मोहल्ला' के नाम से जाना जाता था, उसे बदलकर 'हिंदुस्तानी मोहल्ला' कर दिया गया है। आज स्थानीय विधायक पूर्णेश मोदी ने नई पट्टिका का अनावरण किया, जिससे निवासियों में खुशी की लहर दौड़ गई।
विधायक पूर्णेश मोदी ने बताया कि भारत के विभाजन से पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत से बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय के लोग यहाँ आकर बस गए थे। इसी कारण इस इलाके को 'पाकिस्तानी मोहल्ला' कहा जाने लगा था। हालाँकि, पिछले कुछ समय से पाकिस्तान के प्रति देश में बढ़ते रोष और स्थानीय लोगों की शर्मिंदगी के कारण इस नाम को बदलने की मांग की जा रही थी।
मोदी ने कहा कि 2018 में, जब वे सूरत नगर पालिका में सत्ताधारी दल के नेता थे, तब उन्होंने इस नाम को बदलने का प्रस्ताव रखा था। नगर पालिका की सांस्कृतिक समिति ने उस वर्ष एक प्रस्ताव पारित कर इसका नाम 'हिंदुस्तानी मोहल्ला' कर दिया था, लेकिन इस पर अमल अब जाकर हुआ है।
यह नाम बदलने का निर्णय सिर्फ एक पट्टिका तक सीमित नहीं है। विधायक ने आश्वासन दिया है कि 'सेवा सेतु कार्यक्रम' के तहत अब यहाँ के निवासियों के आधार कार्ड और अन्य सरकारी दस्तावेजों में भी 'हिंदुस्तानी मोहल्ला' नाम दर्ज कराने की योजना बनाई गई है। इस बदलाव से स्थानीय लोगों को अपनी पहचान को लेकर होने वाली परेशानी से मुक्ति मिलेगी।