सूरत : 'विश्वगुरु' फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग: बच्चों में संस्कार और जागरूकता जगाने की सूरत DEO की पहल
शहर व जिले के प्राचार्यों के लिए आयोजित हुआ शो, स्कूलों के बच्चों को फिल्म दिखाने की सिफारिश
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सूरत जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) कार्यालय द्वारा शहर और जिले के विद्यालय प्राचार्यों के लिए गुजराती फिल्म ‘विश्वगुरु’ की एक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 1 अगस्त को रिलीज़ हुई फिल्म के माध्यम से बच्चों और विद्यार्थियों में देशभक्ति, भारतीय संस्कृति तथा मूल्यों के प्रति जागरूकता और प्रेरणा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
फिल्म ‘विश्वगुरु’ का निर्देशन निर्माता सतीश पटेल, अतुल सोनार और शैलेशभाई बोघानी द्वारा किया गया है। यह फिल्म भारत की विस्मृत संस्कृति, परंपरा और मूल्यों को उजागर करती है और युवाओं को उन्हें पुनर्स्थापित करने का मार्ग दिखाती है। सिनेज़ा मल्टीप्लेक्स, जहाँगीरपुरा में आयोजित इस विशेष शो का आयोजन जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. भगीरथ सिंह परमार और निर्माता सतीश पटेल की संयुक्त योजना के तहत हुआ। DEO कार्यालय ने इसे बच्चों में नैतिक मूल्यों, अनुशासन और सकारात्मक सोच को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सार्थक कदम बताया।
डॉ. भगीरथ सिंह परमार ने कहा, “फिल्म ‘विश्वगुरु’ देशभक्त नागरिकों और नेताओं की कहानी है, जो समाज की आंतरिक अव्यवस्थाओं से लड़ते हैं और युवाओं को बुराई के रास्ते पर जाने से रोकने का प्रयास करते हैं। यह फिल्म निश्चित रूप से विद्यालय प्राचार्यों को बच्चों के मानसिक, नैतिक और सामाजिक उत्थान हेतु प्रेरित करेगी।”

उन्होंने यह भी अपील की कि सभी स्कूल प्राचार्य अपने विद्यालयों में छात्रों को यह फिल्म दिखाएँ, ताकि उनमें भारतीय संस्कृति, आत्म-संयम और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना विकसित हो।
फिल्म के निर्माता सतीश पटेल ने बताया कि फिल्म मुख्य रूप से चार प्रमुख विषयों को उठाती है, जिसमें शिक्षा प्रणाली में सुधार, ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्वस्थ सामग्री को बढ़ावा, नशामुक्त समाज की दिशा में संदेश, प्राकृतिक खेती और धार्मिक विरासत का संरक्षण का सामवेश है। इसके साथ ही, फिल्म में विदेशी ताकतों की भारत-विरोधी नीतियों को भी प्रभावी ढंग से उजागर किया गया है।
कार्यक्रम में मौजूद प्रधानाचार्यों ने फिल्म के भावपूर्ण संगीत, प्रभावशाली अभिनय और गहन संदेश की सराहना की। उन्होंने इसे छात्रों के लिए प्रेरणादायक बताया और स्कूल स्तर पर फिल्म दिखाने की सहमति जताई।
इस अवसर पर नगर शिक्षा समिति-सूरत के अध्यक्ष राजेंद्रभाई कापड़िया, संयुक्त सूचना निदेशक अमित गढ़वी, शिक्षा निरीक्षक हिमांशु बारोट, डॉ. संगीता मिस्त्री, तेजलबेन राव, नरेंद्रभाई वसावा, अन्य प्रशासनिक अधिकारी व शिक्षा क्षेत्र से जुड़े गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। यह पहल विद्यार्थियों को न केवल भारत की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का प्रयास है, बल्कि उन्हें जागरूक, जिम्मेदार और संस्कारवान नागरिक के रूप में गढ़ने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास भी है।
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