सूरत के नवीन शर्मा की अनोखी कहानी: मेहनत, कराटे और कारोबार से बनाई अपनी पहचान

आज ‘न्यू पशुपतिनाथ रेस्टोरेंट’ पंजाबी, चायनीज, साउथ इंडियन और फास्ट फूड व्यंजनों के लिए जाना जाता है और सूरतवासियों की पहली पसंद बन चुका है

सूरत के नवीन शर्मा की अनोखी कहानी: मेहनत, कराटे और कारोबार से बनाई अपनी पहचान

सूरत कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और मजबूत इरादों से हर मुश्किल रास्ता आसान हो जाता है। सूरत शहर के मिनी बाजार वराछा क्षेत्र में रहने वाले नवीन शर्मा की कहानी इसी सोच की मिसाल है। नेपाल के स्थाई निवासी नवीन शर्मा ने सूरत आकर संघर्षों से जूझते हुए अपनी मेहनत के दम पर आज एक सफल व्यवसायी और समाजसेवी के रूप में खुद को स्थापित किया है।

1997 में सूरत आने के बाद नवीन शर्मा ने सबसे पहले मिनी बाजार स्थित जे.डी. रेस्टोरेंट में काम करना शुरू किया। वहां करीब छह महीने तक काम करने के बाद प्रबंधन से मतभेद के चलते उन्होंने वह नौकरी छोड़ दी। इसके बाद उन्होंने सूरत रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक होटल में काम किया। इसी दौरान उन्होंने अपने बचपन के शौक कराटे की शिक्षा भी जारी रखी।

कराटे के प्रति उनका जुनून उन्हें इस क्षेत्र में भी ऊंचाइयों तक ले गया। वे 1995 से कराटे का अभ्यास कर रहे थे और 1998 में ब्लैक बेल्ट प्राप्त की। आज उनके पास पाँचवीं डिग्री ब्लैक बेल्ट है और वे गुजरात स्टेट के कराटे पदाधिकारी के रूप में सक्रिय हैं। उन्होंने आशियारा इंटरनेशनल, सितोरिया, हुसूकुंफु संस्थानों से भी मान्यताएं प्राप्त की हैं, साथ ही किक बॉक्सिंग व कराटे में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें दाढ़ी बलसारा से कराटे की डिग्री भी प्राप्त है।

अपने कराटे करियर के साथ उन्होंने 2000 में ‘न्यू पशुपतिनाथ रेस्टोरेंट’ के नाम से पहला फास्ट फूड स्टॉल शुरू किया, जो श्री साई सृष्टि सोसायटी, पर्वत पाटिया के पास साईं बाबा मंदिर के समीप था। उनके स्वादिष्ट और गुणवत्तापूर्ण भोजन की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी, और इसके बाद उन्होंने अपने व्यवसाय का विस्तार करते हुए चार और स्टॉल खोले: आस-पास तीन रास्ता गार्डन के पास, नाइन गेट के सामने (भवानी गेट के पास), मानसरोवर गेट क्षेत्र मॉडल टाउन, नेमीनाथ, सोसायटी, सुपर सिनेमा के पास। आज ‘न्यू पशुपतिनाथ रेस्टोरेंट’ पंजाबी, चायनीज, साउथ इंडियन और फास्ट फूड व्यंजनों के लिए जाना जाता है और सूरतवासियों की पहली पसंद बन चुका है।

उन्होंने बताया कि वें शादी-विवाह समारोहों और आयोजनों के लिए कैटरिंग सर्विस भी प्रदान करते हैं, जो 'न्यू पशुपतिनाथ रेस्टोरेंट कैटर्स' के नाम से जानी जाती है।

नवीन शर्मा ने न सिर्फ खुद को आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि अपने कारोबार के माध्यम से करीब 70 लोगों को रोजगार भी प्रदान किया है। वे आज भी सूरत के विभिन्न इलाकों में कराटे क्लासेस संचालित करते हैं और युवाओं को आत्मरक्षा की शिक्षा देते हैं। समाजसेवा के क्षेत्र में भी नवीन शर्मा सक्रिय रहते हैं। वे जरूरतमंदों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहते हैं और कई सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते हैं।

आज नवीन शर्मा अपनी पत्नी और पाँच बच्चों (चार बेटियाँ और एक बेटा) के साथ सुखद पारिवारिक जीवन जी रहे हैं। सभी बच्चे शिक्षा में रत हैं। वे अपनी सफलता का श्रेय अपने बड़े भाई प्रेम शर्मा और एनसीपी के नेता नारायण भाई गदेड़ा को देते हैं, जिन्होंने हर कदम पर उनका मार्गदर्शन और सहयोग किया।

नवीन शर्मा की यह कहानी न केवल एक संघर्षशील व्यक्ति के मेहनत और आत्मबल की मिसाल है, बल्कि यह भी सिखाती है कि यदि इरादे मजबूत हों और दिशा सही हो, तो कोई भी व्यक्ति शून्य से शिखर तक पहुंच सकता है।

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