सूरत के उधना में नकली एवरेस्ट और मैगी मसाले बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़

5 महीने से चल रही थी अवैध फैक्ट्री, 24.71 लाख रुपये का माल जब्त, 5 आरोपी गिरफ्तार, फैक्ट्री मालिक फरार

सूरत के उधना में नकली एवरेस्ट और मैगी मसाले बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़

सूरत । शहर के उधना क्षेत्र में चल रही एक नकली मसाले बनाने वाली फैक्ट्री का सिटी ज़ोन-2 पुलिस और उधना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में भंडाफोड़ हुआ है।

यह फैक्ट्री चामुंडा औद्योगिक क्षेत्र में चल रही थी, जहां से पुलिस ने 24.71 लाख रुपये मूल्य का सामान जब्त किया और 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। फैक्ट्री का मुख्य संचालक अनिल गुमानसिंह गोयल फिलहाल फरार है और वांछित घोषित कर दिया गया है।

पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर जब छापा मारा गया, तो फैक्ट्री में एवरेस्ट और मैगी जैसे नामी ब्रांडों के नकली मसाले बनते हुए पाए गए। मौके पर चार कारीगर – विनोद राजेंद्र दास, केलू मुर्म, विनोद पुना दास और सुरेंद्र कुमार दास को मसाले बनाते हुए पकड़ा गया। इनके साथ-साथ फैक्ट्री का एक और संचालक सुनील सोनी भी पुलिस की गिरफ्त में आया है।

डीसीपी चिराग पटेल ने बताया कि छापे के दौरान पुलिस ने नकली क्ट्री का सिटी ज़ोन-2 पुलिस और उधना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में भंडाफोड़ हुआ है। यह फैक्ट्री चामुंडा औद्योगिक क्षेत्र में चल रही थी, जहां से पुलिस ने 24.71 लाख रुपये मूल्य का सामान जब्त किया और 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। फैक्ट्री का मुख्य संचालक अनिल गुमानसिंह गोयल फिलहाल फरार है और वांछित घोषित कर दिया गया है।

पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर जब छापा मारा गया, तो फैक्ट्री में एवरेस्ट और मैगी जैसे नामी ब्रांडों के नकली मसाले बनते हुए पाए गए। मौके पर चार कारीगर – विनोद राजेंद्र दास, केलू मुर्म, विनोद पुना दास और सुरेंद्र कुमार दास को मसाले बनाते हुए पकड़ा गया। इनके साथ-साथ फैक्ट्री का एक और संचालक सुनील सोनी भी पुलिस की गिरफ्त में आया है।

मसाले तैयार करने में इस्तेमाल होने वाली पैकिंग मशीनें, पैकेजिंग सामग्री, रोल, हेंगर और कच्चा माल जब्त किया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह फैक्ट्री पिछले 5 महीनों से अवैध रूप से संचालित हो रही थी।

जब्त की गई सामग्री का विवरण (मूल्य सहित) मसाला पैकिंग मशीन – 3 यूनिट – ₹3,00,000, इलेक्ट्रिक तौल कांटा – 1 यूनिट – ₹30,000, कंप्रेसर मशीन – ₹50,000, पैकेजिंग पंचिंग मशीन – ₹2,500, एवरेस्ट मसाले के कार्टन – 32 पीस – ₹7,68,000, मैगी मसाले के कार्टन – 25 पीस – ₹9,60,000, खाली कार्टन – 650 पीस – ₹6,500, बड़े खाली कार्टन – 100 पीस – ₹5,000, विभिन्न माप के उपकरण – 22 पीस – ₹22,000, एवरेस्ट कंपनी के पैकिंग रोल – 54 पीस, कार्टन हैंगर – 42,500 टुकड़े, मैगी मसाला रोल – 2 टुकड़े, बड़ा सेलोटेप – 500 टुकड़े – ₹25,000, खुले मसालों की बोरियाँ (50 किलो) – 15 बोरियाँ – ₹3,00,000, नमक की बोरियाँ (50 किलो) – 4 बोरियाँ – ₹2,000, कार्टन बांधने की पट्टियाँ – 10 टुकड़े कुल अनुमानित जब्ती मूल्य: ₹24,71,000

पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता 2023 की धारा 274, कॉपीराइट अधिनियम 1957 की धारा 51, 63, 64, और ट्रेडमार्क अधिनियम 1999 की धारा 103, 104 के तहत मामला दर्ज किया है।

मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि अब तक कितना नकली माल बाजार में उतारा गया और उसकी सप्लाई की चैन कहाँ तक फैली हुई है।

इस कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि नकली खाद्य उत्पादों का नेटवर्क अब केंद्रित और संगठित रूप ले चुका है, जिसे समय रहते रोकना बेहद जरूरी है। पुलिस की यह कार्रवाई उपभोक्ता हित में एक सख्त संदेश के रूप में देखी जा रही है।

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