सूरत : नीट में पी.पी.सवाणी के जेनिल भायानी ने देश में छठा स्थान प्राप्त किया
जेनिल 720 में से 680 अंक के साथ सूरत और गुजरात में प्रथम स्थान प्राप्त किया
सूरत। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आज, 14 जून 2025 को घोषित नीट परीक्षा परिणामों में, सूरत के पी.पी. सवाणी स्कूल के छात्र जेनिल भायानी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गुजरात में प्रथम स्थान हासिल किया है। जेनिल ने कुल 720 अंकों में से 680 अंक प्राप्त कर पूरे भारत में छठा स्थान भी प्राप्त किया है। उन्होंने अपनी दो साल की कड़ी मेहनत का श्रेय अपने स्कूल के शिक्षकों और अभिभावकों को दिया है।
अपने नतीजों पर खुशी व्यक्त करते हुए जेनिल ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया। उन्होंने कहा, "शिक्षक समय पर मेरी सभी उलझनों का समाधान करते थे। वे मुझे प्रेरित करते थे और समय-समय पर मार्गदर्शन भी करते थे। मैं केवल यही सलाह देता हूं कि निरंतर तैयारी करते रहो। जो भी पढ़ें, उसका रिवीजन करते रहें।"
जेनिल ने आगे बताया कि निरंतर तैयारी ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा कि इस साल का पेपर पिछले 5-6 सालों के मुकाबले काफी कठिन था।
अपनी तैयारी की रणनीति साझा करते हुए उन्होंने बताया, "मैं स्कूल के बाद हर रोज 5-6 घंटे पढ़ता था और सोशल मीडिया से दूर रहता था। मैंने फोन का भी उतना ही इस्तेमाल किया, जितना जरूरी था, क्योंकि अगर फोन पर समय बर्बाद होता, तो मेरी पढ़ाई का महत्वपूर्ण समय बर्बाद होता और दूसरे छात्र मुझसे आगे निकल जाते।"
परीक्षा के अनुभव पर बात करते हुए जेनिल ने बताया, "पेपर में पहले बायो और केमिस्ट्री करने तक मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई। जब मैंने फिजिक्स शुरू की, तो उसमें सभी सवाल काफी कठिन थे। मैं टेस्ट पेपर डेढ़ घंटे में खत्म कर देता था, लेकिन जब मैंने मेन पेपर दिया, तो पूरे 3 घंटे लगा दिए।
ज्यादातर छात्र फिजिक्स के सवाल हल नहीं कर पाए।" रीवीजन के लिए उन्होंने एक विशेष तरीका अपनाया। जेनिल ने सलाह दी, "रिवीजन के लिए आपको छोटे-छोटे पॉइंट बनाकर अलग से किताब रखनी चाहिए। अगर आप इस किताब में वो सभी पॉइंट लिखेंगे, जो आपको जरूरी लगे, तो इससे आपका समय बचेगा।"
जेनिल का लक्ष्य एम्स दिल्ली से एमबीबीएस करना है और भविष्य में एमएस और फिर सर्जरी में सुपर स्पेशियलिटी हासिल करना चाहते हैं। जेनिल ने बताया कि उन्होंने 9वीं कक्षा से ही नीट की तैयारी शुरू कर दी थी। उनके स्कूल में पहले से ही नीट और जेईई की तैयारी के लिए फाउंडेशन कोर्स उपलब्ध था। उनके माता-पिता, जो दोनों विज्ञान स्नातक हैं, ने भी उन्हें लगातार प्रेरित किया। स्कूल की ओर से भी पूरी तैयारी कराई गई। उन्होंने अपनी गलतियों को सुधारने के लिए एक अलग कॉपी बनाई, ताकि वे दोबारा न दोहराई जाएं।
अपनी तैयारी के दौरान, जेनिल ने केवल पढ़ाई के लिए मोबाइल का इस्तेमाल किया और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से दूरी बनाए रखी।
उन्होंने नीट के साथ-साथ जेईई की भी तैयारी की थी, जिसमें उन्हें 99.99 अंक प्राप्त हुए थे। नीट में 680 अंक हासिल करने के बाद, जेनिल ने कहा कि अगर उन्होंने थोड़ा और ध्यान दिया होता, तो वह पहले नंबर पर आ सकते थे, क्योंकि उनके केवल 3 सवाल गलत हुए थे, एआईआर 1 के 686 अंक है और उनके 680 मात्र 6 अंक का फासला नंबर के बीच रह गया।
जेनिल ने 10वीं कक्षा में 96 प्रतिशत और 12वीं कक्षा में 97 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए थे, जो उनकी अकादमिक उत्कृष्टता को दर्शाता है।