राजकोट में 55 हजार से अधिक छात्राएं उठा रही हैं 'नमो लक्ष्मी योजना' का लाभ

राज्य सरकार की इस अनूठी पहल से कक्षा 9 से 12 तक की छात्राओं को मिल रही रु. 50,000 तक की आर्थिक सहायता

राजकोट में 55 हजार से अधिक छात्राएं उठा रही हैं 'नमो लक्ष्मी योजना' का लाभ

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण के संकल्प को साकार करने के लिए गुजरात सरकार मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में अनेक अभिनव योजनाएं चला रही है। इन्हीं में से एक है वर्ष 2024 में शुरू की गई ‘नमो लक्ष्मी योजना’, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर और मध्यमवर्गीय परिवारों की बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है।

राजकोट जिला शिक्षा अधिकारी दीक्षितभाई पटेल के मार्गदर्शन में जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में योजना का सफल क्रियान्वयन हो रहा है। स्कूल सलाहकार भावनाबेन भोजानी ने जानकारी दी कि वर्तमान में राजकोट जिले की 55,300 से अधिक छात्राएं ‘नमो लक्ष्मी योजना’ से लाभान्वित हो रही हैं।

योजना के अंतर्गत कक्षा 9 और 10 की छात्राओं को 10 महीने के लिए रु.500 प्रति माह की दर से रु.5,000 प्रतिवर्ष और कक्षा 10 उत्तीर्ण करने पर रु.10,000 की अतिरिक्त राशि दी जाती है। इसी प्रकार, कक्षा 11 और 12 में पढ़ने वाली छात्राओं को रु.750 प्रतिमाह (दोनों वर्षों में रु.15,000) और कक्षा 12 उत्तीर्ण करने पर रु.15,000 की राशि दी जाती है। इस तरह कुल मिलाकर छात्राओं को रु.50,000 तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

योजना का लाभ केवल उन्हीं छात्राओं को मिलता है जिनकी स्कूल में उपस्थिति 80 प्रतिशत या उससे अधिक होती है। आवेदन की प्रक्रिया स्कूल द्वारा ऑनलाइन की जाती है और सहायता राशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से सीधे लाभार्थी की माता के बैंक खाते में जमा की जाती है।

 राजकोट जिले में इस योजना के प्रभाव से बालिकाओं में शिक्षा के प्रति रुझान और आत्मविश्वास दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है। ‘नमो लक्ष्मी योजना’ निश्चित रूप से बालिका शिक्षा को सशक्त करने और बेटियों का भविष्य उज्ज्वल बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम सिद्ध हो रही है।

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